बॉलीवुड के बिग-बी यानि अमिताभ बच्चन 80 के दशक में हिट फिल्म के गारंटी माने जाते थे। अमिताभ बच्चन ने अपने करियर में कई सुपरहिट फिल्में दीं हैं। जिनमें मिस्टर नटवरलाल, लावारिस, सिलसिला, कालिया, सत्ते पे सत्ता, नमक हलाल, शक्ति, कुली, शराबी, मर्द, शहंशाह, अग्निपथ, खुदा गवाह जैसी फिल्में शामिल हैं। 80 के दशक में ज्यादातर डायरेक्टर अमिताभ बच्चन से अपनी फिल्मों में काम कराना चाहते थे। लेकिन अमिताभ बच्चन प्रकाश मेहरा और मनमोहन देसाई के अलावा किसी और की फिल्मों में काम ही नहीं करना चाहते थे। उन दिनों प्रकाश मेहरा और मनमोहन देसाई भी अमिताभ को लेकर लगातार कई फिल्में बना रहे थे। ऐसे में किसी तीसरे डायरेक्टर के लिए उन्हें साइन करना काफी मुश्किल था। ऐसे में जब टीनू आनंद अपनी फिल्म ‘कालिया’ की कहानी को लेकर अमिताभ के पास पहुंचे तो अमिताभ ने उन्हें टाइम देने से मना कर दिया। लेकिन टीनू भी जिद पर अड़े थे कि वो इस फिल्म को अमिताभ के अलावा किसी और एक्टर के साथ नहीं करेंगे। अमिताभ बच्चन और टीनू आनंद संघर्ष के दिनों के साथी थे।
करीब छह महीने बाद जब एक बार फिर टीनू आनंद अपनी फिल्म की कहानी लेकर अमिताभ के पास गए तो बिग बी कहानी सुनने को राजी हो गए। 15 मिनट तक कहानी सुनने के बाद टीनू ने सीधा अमिताभ से कहा तो फिल्म की शूटिंग कब से शुरू करें। अमिताभ को टीनू का कॉन्फिडेंस पसंद आया और इस तरह दर्शकों को ‘कालिया’ जैसी सुपर हिट फिल्म देखने को मिली।
ये फिल्म ना सिर्फ टीनू आनंद बल्कि अमिताभ बच्चन के करियर के लिए भी मील का पत्थर साबित हुई। 25 दिसंबर 1981 आई इस फिल्म ने कई रिकॉर्ड अपने नाम किए। हालांकि फिल्म पूरा होने के बाद अमिताभ बच्चन ने टीनू से कहा था कि सच कहूं तो मुझे तुम्हारी फिल्म की कहानी बिल्कुल पसंद नहीं आई थी। मैंने तो इस फिल्म को बस तुम्हारी दोस्ती की वजह से करने के लिए तैयार हो गया था।