जाने माने अभिनेता कमल हासन ने केन्द्र सरकार से गुहार लगाई है कि क्षेत्रीय सिनेमा की बेहतरी के लिए टिकटों पर जीएसटी की दरों को कम किया जाए। चेन्नई में एक्टर कमल हासन ने वित्त मंत्री अरुण जेटली से गुजारिश की और कहा कि सिनेमा टिकट पर जीएसटी की दर को 12 से 15 फीसदी ही रखा जाए अन्थया क्षेत्रीय सिनेमा का वजूद ही संकट में पड़ जाएगा। कई हिन्दी और दक्षिण में सुपरहिट फिल्में कर चुके कमल हासन ने एक तरह से धमकी देते हुए कहा कि अगर जीएसटी की प्रस्तावित दर बरकरार रही तब उन्हें सिनेमा इंडस्ट्री छोड़नी पड़ जाएगी। कमल हासन ने कहा, ‘ मुझे फिल्म इंडस्ट्री छोड़नी पड़ जाएगी यदि ये टैक्स स्लैब की ये उच्चतम दर बरकरार रही। बता दें कि केन्द्र सरकार ने फिल्मी टिकटों पर 28 फीसदी टैक्स प्रस्तावित किया है। केन्द्र सरकार ने 1 जुलाई से देश भर में जीएसटी लागू करने का फैसला किया है।
बता दें कि जीएसटी लागू होने से टिकट की कीमतों में बढ़ोतरी हो सकती है। फिल्म एक्सपर्ट मानते हैं कि इसका असर क्षेत्रीय सिनेमा के मार्केट पर पड़ सकता है।अभी मराठी, तेलुगु, बंगाली, कन्नड भाषा की फिल्मों की टिकटों पर पर 10 से 15 फीसदी टैक्स लगता है। अभिनेता कमल हासन ने कहा कि नोटबंदी काले धन को खत्म करने के लिए लागू की गई थी, लेकिन जीएसटी हमें दो कदम पीछे ही ले जाएगा।
आंध्र प्रदेश के वित्त मंत्री ने भी ऐसी ही चिंता जाहिर की है। वेबसाइट इंडिया डॉट कॉम के मुताबिक टीडीपी नेता यनामला रामकृष्णानंदु ने केन्द्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली को पत्र लिखकर क्षेत्रीय सिनेमा पर जीएसटी का भार कम करने को कहा है। उन्होंने कहा है कि बॉलीवुड और हॉलीवुड के मुकाबले क्षेत्रीय सिनेमा का बाजार छोटा और सीमित है, इसलिए इतनी जीएसटी की इतनी ऊंची दरें ठीक नहीं है। उन्होंने वित्त मंत्री से जीएसटी काउंसिल की मीटिंग में इस मुद्दे को उठाने की भी अपील की।