टीम इंडिया के मुख्य कोच के पद से अनिल कुंबले के इस्तीफे के बाद पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर का गुस्सा थमने का नाम नहीं ले रहा है। गावस्कर ने उन लोगों से सफाई देने को कहा है, जो मानते हैं कि अनिल कुंबले एक असहनीय शख्स थे। एनडीटीवी से बातचीत में उन्होंने कहा कि इससे नए कोच को फायदा मिलेगा, जिसे यह मालूम होगा कि वह क्या कर सकता है और क्या नहीं। गावस्कर ने तंज कसते हुए कहा, इंतजार करिए, देखते हैं उन लोगों को अनिल कुंबले में क्या गलत लगता है। उन्होंने कहा, अगर मैं कहूं कि आपको 9.30 बजे प्रैक्टिस के लिए पहुंचना है, तो यह असहनीय हो जाएगा। अगर मैं आपसे नेट्स पर प्रैक्टिस, 50 कैच ज्यादा लेने या नेट्स पर 20 गेंदें ज्यादा फेंकने को कहता हूं तो खिलाड़ियों के लिए यह असहनीय है। नए कोच के लिए बहुत जरूरी है, क्योंकि उसे पता चल जाएगा कि उसकी क्या जगह है। जब पूछा गया कि बॉस कौन है-कप्तान या कोच? तो उन्होंने कहा कि मैदान पर कप्तान बॉस होता है और उसके बाहर कोच या टीम मैनेजर। इन पर खिलाड़ियों को तैयार करने की जिम्मेदारी होती है।
कोहली भी आएं सामने: गावस्कर ने कहा, विराट कोहली को सामने आकर अपनी बात रखनी चाहिए। कुंबले को भी यह बताना चाहिए कि बीसीसीआई में से किसने उन्हें विराट की नाखुशी के बारे में बताया। कोहली का बयान ही अटकलों के बादल खत्म करेगा। किस मुद्दे के कारण एेसी स्थिति हो गई? गावस्कर ने कहा, इसके लिए इंतजार करिए कि खिलाड़ियों को कुंबले में क्या गलत लगा।
67 साल के गावस्कर ने कहा कि क्रिकेट अडवाइजरी कमिटी (सीएसी) की कोच चुनने के लिए होने वाली मीटिंग समय की बर्बादी है। उन्होंने कहा कि कप्तान और खिलाड़ियों से पूछ लेना चाहिए कि वह किसे कोच चाहते हैं। गावस्कर ने कहा, कप्तान और टीम को अनिल कुंबले के तरीके पसंद नहीं आए, इसलिए एेसी स्थिति पैदा हो गई। खिलाड़ी वेस्टइंडीज दौरे पर हैं, क्यों न उन्हीं से पूछ लिया जाए कि आप लोग किसे कोच चाहते हैं। सीएसी के पास 8-10 आवेदन हैं, तो खिलाड़ी ही बता दें कि वह किसे कोच चाहते हैं।