प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को संकेत देते हुए कहा कि सरकार सस्ती दवाओं के लिए नया कानून बनाएगी। पीएम ने सस्ते इलाज का वादा करते हुए कहा कि नए कानून के तहत डॉक्टरों को पर्ची पर जेनेरिक दवाओं के नाम बताने होंगे, जो ब्रांडेड दवाओं की तुलना में सस्ती होती हैं।
डॉक्टरों को सीख दी : प्रधानमंत्री ने सूरत में 400 करोड़ रुपये की लागत से बने अत्याधुनिक अस्पताल का उद्घाटन किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि डॉक्टर उपचार के दौरान इस तरह से पर्चे पर लिखते हैं कि गरीब लोग उनकी लिखावट को समझ नहीं पाते हैं। इससे इन लोगों को निजी स्टोर से अधिक कीमत पर दवाएं खरीदनी पड़ती हैं। उन्होंने कहा, हम एक ऐसा कानूनी ढांचा लाएंगे, जिसके तहत अगर कोई डॉक्टर पर्ची लिखता है तो उसे ऐसे लिखना होगा कि मरीज जेनेरिक दवाएं खरीद सकें।
अस्पताल कम, दवाएं महंगी : मोदी ने कहा कि देश में डॉक्टर कम हैं, अस्पताल कम हैं और दवाएं महंगी हैं। अगर मध्यम वर्ग का कोई व्यक्ति बीमार पड़ता है, तब उसके परिवार की आर्थिक स्थिति डांवाडोल हो जाती है। यह सरकार की जिम्मेदारी है कि सभी को कम कीमत में स्वास्थ्य सेवाएं मिल सकें।
700 दवाओं के दाम तय किए : मोदी ने कहा कि 700 दवाओं के मूल्यों की सीमा तय की गई है। स्टेंट की कीमतों की सीमा भी तय कर दी है। प्रधानमंत्री ने कहा कि आप अंदाजा लगा सकते हैं कि दवा निर्माता इससे कितने नाराज हुए होंगे।