प्रियंका चोपड़ा इस समय न्यूयॉर्क में यूएन ग्लोबल गोल्स अवॉर्ड्स में शामिल होने पहुंची हुई हैं। इस अवसर पर प्रियंका ने गर्ल्स इंपावरमेंट को लेकर काफी बातें कीं। इसके साथ ही साथ वह यूनएन की सबसे युवा सद्भावना दूत सीरियाई मुजून अलमेल्लेहान से भी मिलीं। प्रियंका ने मुजून से मुलाकात की एक तस्वीर अपने इंस्टाग्राम एकाउंट पर एक लंबे लेख के साथ शेयर की है। प्रियंका ने लिखा है, “महात्मा गांधी के शब्दों में कहूं तो… “अगर हम इस दुनिया में शांति का पाठ पढ़ाना चाहते हैं और युद्ध के खिलाफ एक असली युद्ध छेड़ना चाहते हैं तो हमें इसकी शुरुआत बच्चों से करनी होगी।”
प्रियंका चोपड़ा ने लिखा है कि यूएन ग्लोबल गोल्स अवॉर्ड्स में गर्ल इंपावरमेंट पर बात करना मेरे लिए सम्मान की बात थी। हम सबको एक साथ आकर लड़कियों को इंपावर, एजुकेट और उनके लिए मौके पैदा करने की जरूरत है। अगर संभव हो तो हमें एक ऐसे समाज का निर्णाम करने की जरूरत है जहां पर वे अपना सपना जी सकें और साथ में हंस सकें।
बता दें कि सबसे युवा सद्भावना दूत मुजून अलमेल्लेहान सीरिया की शरणार्थी और शिक्षा कार्यकर्ता हैं। मुजून ने कहा था कि उन्होंने शरणार्थी होने की वजह से देखा है कि जब बच्चों को समयपूर्व विवाह में धकेल दिया जाता है या बाल श्रमिक बनाया जाता है तो उनके साथ क्या होता है। उन्होंने कहा कि यूनिसेफ के साथ काम करते हुए वह ऐसे बच्चों को आवाज देने और उन्हें स्कूल में दाखिल करवाने में मदद देंगी।
उल्लेखनीय है कि हाल ही में आयोजित 69वें एम्मी अवॉर्ड्स में ग्लोबल स्टार प्रियंका चोपड़ा ने काफी लोगों का ध्यान अपनी ओर खींचा था। अपनी ड्रेस की वजह से एक्ट्रेस की काफी तारीफें हुई थीं। बहुत से लोगों को लगता है कि बेस्ट ड्रेस पहनना कोई आसान काम नहीं है। रेड कार्पेट पर पीसी स्लीक हाई पोनी, मार्सला लिप्सटिक और अपने शिम्मरी हाई नेक गाउन की फ्रिल को पकड़े हुए नजर आई थीं। एक्ट्रेस ने का यह गाउन पार्सियन लेबल बालमिन का था।