अभिनेता मुकेश खन्ना ने शनिवार को कहा कि उन्होंने बाल फिल्म सोसाइटी के अध्यक्ष के रूप में अपना कार्यकाल खत्म होने के दो महीने पहले इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने बच्चों की फिल्मों को सिनेमाघर तक पहुंचाने में समर्थन की कमी और संस्था को पर्याप्त कोष नहीं होने का आरोप लगाया. हालांकि, यह साफ नहीं है कि उनका इस्तीफा सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने स्वीकार किया है या नहीं. मंत्रालय के तहत बाल फिल्म सोसाइटी स्वायत्त संस्था के रूप में काम करती है . मंत्रालय से फिलहाल बयान नहीं मिल पाया है.
खन्ना ने बताया, ‘‘हां मैंने इस्तीफा दे दिया है. जो मैं करना चाहता था मैं यहां कर नहीं पाया. मैं बाल फिल्म सोसाइटी को आगे ले जाना चाहता था और फिल्मों को सिनेमाघर तक पहुंचाना चाहता था. हमारे पास 260 फिल्में हैं, लेकिन वे सहेज के रखी हुई हैं.’’ उन्होंने कहा, ‘‘कभी-कभार महोत्सवों या स्कूलों में ये दिखायी जाती हैं. अगर सिनेमाघरों तक उनकी पहुंच नहीं होगी तो बच्चे उन्हें देख नहीं पाएंगे.’’
उनका तीन साल का कार्यकाल अप्रैल में खत्म होना था. अभिनेता टीवी के लोकप्रिय धारावाहिक ‘‘शक्तिमान’’ से बहुत चर्चित हुए थे. छोटे परदे पर बीआर चोपड़ा के ‘‘महाभारत’’ में भीष्म पितामह के किरदार से उन्होंने शोहरत पाई थी. खन्ना ने कहा कि वह सोसाइटी में इस मकसद से शामिल हुए थे कि गुणवत्तापूर्ण फिल्मों के निर्माण किया जाएगा जिन्हें सिनेमाघरों में दिखाया जा सकेगा. उनके मुताबिक सोसाइटी को मंत्रालय से सालाना 10 करोड़ रूपये मिलता है. उन्होंने कहा, ‘‘ऐसी फिल्में बनाने के लिए कोष की कमी है. मैं ज्यादा आवंटन के लिए पिछले दो साल से जोर लगा रहा था, लेकिन सफलता नहीं मिली.’’ खन्ना ने कहा कि सोसाइटी का अध्यक्ष बनने के बाद उन्होंने आठ फिल्मों का निर्माण किया.