अभिनेता सलमान खान ने कहा है कि भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ रहे तनाव का समाधान युद्ध नहीं है। सलमान खान ने कहा कि युद्ध सिर्फ तबाही लाता है। सलमान के मुताबिक जंग का असर दोनों ओर पड़ता है, और दोनों तरफ से मौतें होती हैं। इसके बाद कई औरतें ताउम्र बिना पति के रहती हैं, कई बच्चों को बाप का साया नहीं मिल पाता है। अपनी फिल्म ट्यूबलाइट के प्रमोशन के दौरान सलमान खान भारत-पाकिस्तान युद्ध की पैरवी करने वाले नेताओं पर भी बरसे। सलमान खान ने कहा कि जो नेता युद्ध का आदेश देते हैं उन्हें ही सबसे पहले बंदूकें पकड़ा देनी चाहिए, और बॉर्डर पर भेज देना चाहिए, ऐसे नेताओं को ही सामने खड़ा कर देना चाहिए, देखिएगा नेताओं के हाथ पैर-कांपने लगेंगे, एक ही दिन में युद्ध खत्म हो जाएगा। सलमान ने कहा कि अगले ही दिन ये नेता बातचीत की टेबल पर होंगे। सलमान के मुताबिक दुनिया भर में बातचीत से समस्याओं का समाधान निकलता है, इसलिए सभी विवादास्पद मुद्दों का समाधान बातचीत की मेज पर ही निकालना चाहिए।
सलमान खान 1961 के भारत-चीन युद्ध पर बनी फिल्म ट्यूबलाइट का जोर शोर से प्रमोशन कर रहे हैं। ये फिल्म ईद के मौके पर रिलीज हो रही है। प्रेस कॉन्फ्रेंस में सलमान खान के भाई सोहेल खान भी मौजूद थे। सोहेल खान ने कहा कि युद्ध एक निगेटिव इमोशन है और इसे कोई भी पसंद नहीं करता है, लेकिन फिर भी राजनीति की वजह से युद्ध लड़े जाते हैं।
सलमान खान ने कहा कि उनकी फिल्म ट्यूबलाइट पूरी तरह से युद्ध पर आधारित फिल्म नहीं है, बल्कि इस फिल्म में युद्ध का इस्तेमाल बैकड्राप के तौर पर किया गया है। सलमान ने कहा कि उनकी फिल्म में ये संदेश दिया गया है कि युद्ध किसी भी देश के लिए अच्छा नहीं है, और बेहतर होता है अगर जंग में गई दोनों देश की सेना सकुशल अपने घर लौट जाए।