भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच करो या मरो का मैच लंदन के ओवल मैदान पर खेला जाएगा। जो टीम जीतेगी वह सेमीफाइनल में पहुंचेगी। श्रीलंका से हारने के बाद भारत के लिए यह मैच जीतना बेहद अहम है। भारत और द.अफ्रीका के बीच 3 बार (2000, 2002 और 2013) चैम्पियंस ट्रॉफी में मुकाबला हो चुका है और तीनों ही बार भारत ने बाजी मारी है। आइए आपको बताते हैं कि कब-कब इस टूर्नामेंट में दोनों टीमें भिड़ी हैं।
पहला मैच: साल 2000 में दोनों देशों की भिड़ंत सेमीफाइनल में हुई थी। इस मैच और सीरीज में में सौरव गांगुली का प्रदर्शन भुलाया नहीं जा सकता। द.अफ्रीका के खिलाफ मैच में गांगुली ने शानदार 141 रन ठोके थे। नैरोबी के जिमखाना क्लब क्रिकेट ग्राउंड पर भारत ने अफ्रीका के सामने 296 रनों का चुनौतीपूर्ण लक्ष्य रखा था। रनों का पीछा करने उतरी अफ्रीकी टीम की शुरुआत खराब रही और पूर्व सलामी बल्लेबाजी गैरी कर्स्टन रन आउट हो गए। जहीर खान और वेंकटेश प्रसाद की आग उगलती गेंदों से अफ्रीकी बल्लेबाजी धराशायी हो गई। लांस क्लूजनर और मार्क बाउचर ने पारी को संभालने की कोशिश की, लेकिन वह नाकाम रहे। 200 रनों पर द.अफ्रीका की पारी सिमट गई। लेकिन भारत फाइनल में अॉस्ट्रेलिया से हार गया था।
दूसरा मैच: दोनों टीमों के बीच दूसरा मैच भी फाइनल में पहुंचने के लिए हुआ था। लेकिन यहां भी बाजी मारी भारत ने। पहले बल्लेबाजी करते हुए भारत ने वीरेंद्र सहवाग (59), राहुल द्रविड़ (49) और युवराज सिंह (69) की पारियों की बदौलत 50 ओवरों में 261 रनों का लक्ष्य रखा था। जवाब में द.अफ्रीका की शुरुआत थोड़ी खराब रही। ग्रीम स्मिथ 4 रन बनाकर आउट हो गए। लेकिन हर्शल गिब्स (116) और जैक कैलिस (97) की पारियों से लगने लगा कि प्रोटियाज मैच जीत जाएंगे, लेकिन एेसा हुआ नहीं। इन दोनों के आउट होने के बाद पूरी टीम 251 रनों पर ढह गई और भारत 10 रनों से मैच जीत गया।
तीसरा मैच: 6 जून, 2013 को भारत और द.अफ्रीका एक बार फिर आमने-सामने आए। ओपनर शिखर धवन (114) और रोहित शर्मा (65) की पारियों की बदौलत भारत को शानदार शुरुआत मिली। इसके बाद विराट कोहली (31) और रवींद्र जाडेजा (47) की पारियों की धुआंधार पारियों ने भारत का स्कोर 331 तक पहुंचाया। लक्ष्य का पीछा करने उतरी अफ्रीकी टीम के लिए पीटरसन ने 68, डिविलियर्स ने 70 और मैकलेरेन ने 71 रन बनाए, लेकिन फिर भी प्रोटियाज जीत नहीं पाए और पूरी टीम 305 रनों पर अॉल आउट हो गई।