Sunday, December 15, 2024
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कमला मिल्स हादसे के बाद जागी BMC, अवैध निर्माणों पर चले हथौड़े…

SI News Today

मुंबई: गुरुवार की रात मुंबई के कमला मिल्स कंपाउंड में एक रेस्टोरेंट में लगी आग से 14 लोगों की मौत होने के बाद मुंबई की महानगर पालिका बीएमसी की नींद टूट गई है. शनिवार को बीएमसी ने कमला मिल्स कंपाउंड में हो रहे अवैध निर्माण को ध्वस्त किया. यहां के अलावा पलिका अधिकारियों ने अन्य इलाकों में भी अवैध निर्माणों पर बुलडोजर चलाया. बीएमसी ने अवैध रूप से बने कई रेस्टोरेंट और पब को ढहा दिया. इसके अलावा बीएमसी ने मुंबई के सभी रेस्टोरेंट और बार की जांच के लिए एक कमेटी भी गठित की है. यह कमेटी रेस्टोरेंट या बार में सुरक्षा इंतजामों की जांच कर रही है.

बता दें कि गुरुवार की रात मुंबई के कमला मिल्स कंपाउंड में स्थित एक रेस्टोरेंट में भीषण आग लगने से 14 लोगों की जान चली गई और 19 लोग बुरी तरह घायल हुए. कई घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका. शुरूआती जांच में आग की वजह लापरवाही माना जा रहा है और हादसे के लिए BMC को जिम्मेदार माना जा रहा है. पुलिस ने इस अग्निकांड में गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. पुलिस ने रेस्टोरेंट के मालिक के. सांघवी, जी. सांघवी और अभिजीत मंकर के खिलाफ मामला दर्ज किया है. हालांकि अभी तक किसी की भी गिरफ्तारी नहीं हो पाई है.

यह हादसा गुरुवार देर रात करीब 12.30 बजे कमला मिल कंपाउंड स्थित मोजो बिस्ट्रो में हुआ, जि‍समें अचानक आग लग गई. देखते ही देखते यह आग पूरे परिसर में फैल गई. घटना की सूचना पाकर मौके पर पहुंची दमकल की 8 गाड़ियों, 6 वाटर टैंक और अन्य उपकरणों की मदद से कई घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका. इस हादसे में मारे गए लोगों में ज्यादातर महिलाएं हैं. आग इतनी भीषण थी कि इससे टेरेस बार पूरी तरह से ख़ाक हो चुका है. राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री समेत कई राजनेताओं और फिल्मी दुनिया के लोगों ने इस घटना पर दुख प्रकट किया था. संसद में भी यह मुद्दा उठा था. इस पर भाजपा और शिवसेना ने एकदूसरे पर गंभीर आरोप भी लगाए.

पुलिस ने बताया कि मृतकों में 11 महिलाएं और 3 पुरुष शामिल हैं. मृतकों की पहचान प्रमिला (म.), तेजल गांधी (म.), खुशबू बंसल (म.), प्रमिला, विश्व लक्ष्मी (पु.) पारुल (म.), धैर्य (पु.), किंजल शाह (म.), कविता धारण (म.), यशा (म), सर्वजीत (पु.), प्राची (म.) मनीषा शाह (म.), प्रीति (म.) के रूप में हुई है. मृतकों में एक ही परिवार के कई-कई लोग शामिल हैं. मौके पर मौजूद लोगों का कहना था कि आग इतनी तेजी से फैली कि लोगों को जान बचाकर भागने तक का मौका नहीं मिला. आग लगने पर वहां मौजूद लोगों ने कंपाउंड में स्थित गैस सिलेंडरों को निकालकर बाहर कर दिया. लोगों ने बताया कि अगर आग किसी गैस सिलेंडर में लगती तो हादसा और ज्यादा भयानक हो सकता था. हादसे के वक्त करीब 100 लोग वहां मौजूद थे. कुछ लोग जान बचाने के लिए बाथरूम में घुस गए, लेकिन दम घुटने से उनकी मौत हो गई.

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