बहुचर्चित फिल्म पद्मावत में रानी पद्मावती का किरदार निभाने वाली दीपिका पादुकोण फिल्म इंडस्ट्री की सबसे फिट अभिनेत्रियों में से एक हैं। एथलीट बॉडी टाइप वाली दीपिका अपने शरीर की दुरुस्ती के लिए हर रोज पुश-अप्स और रनिंग जैसे एक्सरासइज करती हैं। इसके अलावा मानसिक शांति और शारीरिक फिटनेस के लिए वह योगा भी करती हैं। उनके योगा रूटीन की शुरुआत सूर्य नमस्कार से होती है। इसके बाद वह योग के कई आसनों का अभ्यास करती हैं। चलिए जानते हैं कि वे योगासन कौन-कौन से हैं –
सूर्य नमस्कार – दीपिका पादुकोण सूर्य नमस्कार के दस चक्र पूरा करने के बाद ही योगासनों का अभ्यास शुरू करती हैं। सूर्य नमस्कार करने से शरीर और दिमाग पर बेहद अच्छा प्रभाव पड़ता है। रोजाना सूर्य नमस्कार करने से शरीर के सभी अंगों का स्वास्थ्य बेहतर बना रहता है। यह शरार में रक्त संचार बेहतर कर हर तरह के रोगों से मुक्त करने में हमारी मदद करता है।
सर्वांगासन – कब्ज, अपच, कंधों और दिमाग के लिए सर्वांगासन बेहद लाभकारी है। इसे करने के लिए अपनी पीठ के बल लेट जाएं। इसके बाद एक साथ, अपने पैरों, कूल्हे और फिर कमर को उठाएं। सारा भार आपके कन्धों पर आना चाहिए और ऐसा होते ही अपनी पीठ को अपने हाथों से सहारा दें। हाथों को पीठ के साथ रखें, कन्धों को सहारा देते रहें। कोहनियों को ज़मीन पर दबाते हुए और हाथों को कमर पर रखते हुए, अपनी कमर और पैरों को सीधा रखें। अपने पैरों को सीधा व मज़बूत रखें। लंबी गहरी साँसे लें और 30 से 60 सेकण्ड तक आसन में ही रहें। आसन पूरा करने के लिए घुटनों को धीरे से माथे के पास लाएं। हाथों को ज़मीन पर रखें और बिना सिर उठाए धीरे-धीरे कमर को नीचे लें करें।
वीरभद्रासन – यह भुजाओं, कंधों, जांघों और पीठ की मांपेशियों को शक्ति प्रदान करता है। तनाव कम करने और स्टेमिना बढ़ाने वाले इस आसन को करने के लिए सबसे पहले अपने दोनों पैरों के बीच 3 – 4 फ़ीट का अंतर रखकर सीधे खड़े हो जाएं। इसके बाद अपने दायें घुटने को मोड़ लें। अब अपने धड़ को मुड़े हुए दाएं पैर की और मोड़ें। इसके बाद अपने हाथों को कंधे के बराबर सीधा करें तथा हथेलियां आसमान की ओर खुली रहें। इस अवस्था में आपकी छाती पूरी खुली हुई होनी चाहिए। अब धीरे-धीरे अपनी हथेलियों को सिर के ऊपर ले जाकर नमस्कार की मुद्रा बना लें। कुछ समय इस अवस्था में रहें और फिर पूर्वावस्था में लौट आएं।
दीपिका पादुकोण के कुछ हेल्थ टिप्स –
1. दीपिका बताती हैं कि फिटनेस केवल स्लिम होने या सिक्स पैक ऐब होने को नहीं कहा जा सकता, बल्कि फिटनेस का मतलब है अंदर से पूरी तरह फिट होना। हर रोज वीरभद्रासन का अभ्यास आपके तन और मन दोनों को स्वस्थ बनाता है।
2. दीपिका के मुताबिक योगा के साथ ध्यान करना बहुत जरूरी है। मेडिटेशन तनाव को शरीर में घुसने से रोकता है।
3. स्वस्थ जीवन का मंत्र बताते हुए दीपिका कहती हैं कि हर किसी को हमेशा स्वस्थ सोच रखना चाहिए और सकारात्मकता के साथ जीना चाहिए।