प्रोटीन से भरपूर मछली के सेवन से कई तरह की बीमारियां दूर होती हैं। इसमें कई ऐसे पोषक तत्व पाए जाते हैं जिनसे कैंसर जैसी घातक बीमारी को होने से रोका जा सकता है। मछली में लो सेचुरेटेड फैट होता है। इसमें काफी मात्रा में प्रोटीन पाया जाता है। साथ ही यह ओमेगा 3 फैटी एसिड से भी भरपूर होता है। डायबिटीज के रोगियों के लिए मछली का सेवन बेहद फायदेमंद होता है। कुछ फूड कॉम्बिनेशन्स सेहत के लिए हानिकारक होते हैं। ऐसा ही एक कॉम्बिनेशन मछली के साथ भी है। ऐसा माना जाता है कि मछली के साथ दूध का सेवन करना सेहत के लिहाज से सही नहीं है। आइए जानते हैं कि ऐसा क्यों होता है।
मछली के साथ दूध पीना सेहत के लिए जहर साबित हो सकता है। दूध और मछली का एक साथ सेवन करने से रक्त में कुछ रासायनिक बदलाव होते हैं जिसकी वजह से स्किन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। एक्सपर्ट्स का कहना है कि दूध और मछली का साथ सेवन न करने की कोई वैज्ञानिक वजह नहीं है लेकिन अगर दोनों का साथ सेवन किया जाए तो फूड प्वॉइजनिंग और स्किन पर धब्बे जैसी समस्याएं हो सकती हैं। आयुर्वेद की बात करें तो मछली के साथ दूध पीना वहां भी वर्जित माना गया है। आयुर्वेद के मुताबिक मछली सेहत के लिए हानिकारक नहीं है लेकिन उसके साथ दूध पीने से ल्यूकोडर्मा जैसी बीमारी हो सकती है। आयुर्वेद में ऐसे कई फूड्स का वर्णन है जिनके बाद दूध पीने की मनाही है। मछली भी उनमें से एक है।
क्या है ल्यूकोडर्मा – ल्यूकोडर्मा एक स्किन डिसीज है जिसे सफेद दाग के नाम से भी जाना जाता है। इसमें त्वचा में मिलेनिन नाम के पदार्थ का निर्माण बंद हो जाता है। यह हमारी त्वचा का रंग निर्धारित करने में अहम भूमिका निभाता है। त्वचा की कोशिकाओं में खराबी आ जाने की वजह से जब इसका निर्माण बंद हो जाता है तब स्किन में कई जगह सफेद चकत्ते पड़ जाते हैं। इसमें किसी प्रकार की खुजली या अन्य कोई लक्षण दिखाई नहीं पड़ते।