आतंकी उमर सईद शेख की जिंदगी पर आधारित फिल्म ‘ओमेर्टा’ के फिल्मकार हंसल मेहता का कहना है कि वह जानते हैं कि उनकी फिल्म का सेंसर बोर्ड से गुजरना आसान नहीं होगा. दरअसल, हंसल मेहता की फिल्म ‘ओमेर्टा’ एक आतंकी के जीवन पर आधारित है. जिसमें राजकुमार राव मुख्य भूमिका में होंगे. हंसल मेहता की यह फिल्म 4 मई को रिलीज होने वाली है. जिसकी पूरी कहानी आतंकी हमलों के इर्द-गिर्द घूमती नजर आएगी, जिसमें 9/11 के हमले, मुंबई हमला और अमेरिकी पत्रकार डेनियल पर्ल की बेरहमी से की गई हत्या की घटना शामिल है.
दरअसल, पहले यह फिल्म 20 अप्रैल को रिलीज होने वाली थी. लेकि अब इसकी रिलीज डेट आगे बढ़ाकर 4 मई कर दी गई है. मेहता ने कहा कि “फिल्म की कड़ी भाषा और हिंसा को देखते हुए हम जानते थे कि फिल्म का सेंसर बोर्ड से गुजरना आसान नहीं होगा, फिल्म में कई तरह को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ेगा. लेकिन फिल्म की मूल भावना को बनाए रखने के लिए हमने यह कदम उठाया”.
मेहता, राजकुमार राव
दरअसल फिल्म को प्रभावशाली बनाने के लिए फिल्म में रियल फुटेज का इस्तेमाल किया गया है. इन फुटेज को मेहता ने कई स्त्रोतों से एकत्रित किया था. जिसके बाद इन फुटेज को फिल्म में इस्तेमाल किया गया है. ये पहली बार नहीं होगा जब हंसल मेहता की फिल्म को किसी तरह की समस्या का सामना करना होगा. हंसल मेहता अपनी फिल्मों को पास कराने के लिए पहले भी कई लड़ाइयां लड़ चुके हैं. और अब अपनी इस फिल्म के लिए भी वह सेंसर बोर्ड से भिड़ने के लिए तैयार हैं.
उन्होंने कहा, कि “सेंसर बोर्ड के अध्यक्ष और समीक्षा समिति के कुछ सदस्यों ने समझा कि इस फिल्म से कुछ विशेष दृश्य हटाए नहीं जा सकते हैं, क्योंकि यह दर्शकों को बताने के लिए जरूरी हैं कि एक आतंकी का दिमाग कैसे काम करता है. इसलिए, हमने इंतजार किया और ‘ओमेर्टा’ को चार मई को रिलीज करने का फैसला किया गया”. फिल्म के निर्माता नाहिद खान ने कहा कि फिल्म के मूल तत्वों को बचाने के लिए रिलीज डेट आगे बढ़ाने में कोई बुराई नहीं है. सेंसर बोर्ड ने ‘ओमेर्टा’ को कुछ बदलावों के साथ ए सर्टिफिकेट के साथ हरी झंडी दे दी है.