बॉलीवुड एक्टर नाना पाटेकर की पत्नी ने जब पहले बेटे को जन्म दिया को उसमें कुछ बॉडी डिफेक्ट था। असल में नाना के बेटे का होंठ कटा हुआ था। नाना ने जब अपने पहले बेटे को देखा तो वह थोड़े से निराश हो गए। हालांकि क्योंकि उनकी पत्नी अपने बेटे से अपने ममत्व को छोड़ नहीं पा रही थीं इसलिए वह अपने बेटे को अच्छे से दुलारने और खिलाने लगीं। बच्चा बड़ा होने लगा लेकिन नाना पाटेकर को अपने बेटे से कुछ खास लगाव नहीं रह गया था। वह न तो अपने बेटे के पास बैठते और ना ही उसे खिलाते। नाना की पत्नी कहीं न कहीं इस बात को समझने लगी थीं लेकिन वह आखिर अपने पति से क्या कहतीं।
एक रोज नाना पाटेकर अपने घर में अपने बेटे के साथ अकेले थे। पास कोई नहीं था और नाना अपने बेटे के पास बैठे हुए थे। नाना के बेटा अचानक अपने पिता की तरफ हाथ बढ़ाने लगा औऱ किलकारियां मार कर उन्हें बुलाने लगा। इस पर नाना से रहा नहीं गया और उन्होंने अपने बेटे को गोद में उठा कर सीने से लगा लिया। इसके बाद नाना को इस बात का अहसास हुआ कि उन्होंने अपने बेटे को एक ऐसी चीज की सजा दी है जिसके लिए वह असल में जिम्मेदार ही नहीं है। नाना को इस बात का बहुत दुख हुआ और उस दिन के बाद से नाना पाटेकर ने अपने बेटे को खूब दुलारना शुरू कर दिया। वह अपने बेटे के साथ खूब वक्त बिताया करते थे।
नाना पाटेकर की जिंदगी अच्छी चलने लगी थी तभी उनके साथ कुछ ऐसा हुआ जिसने उन्हें कई दिनों के लिए हिला कर रख दिया। नाना पाटेकर के बेटे की तबीयत बिगड़ गई। उन्होंने बेटे का खूब इलाज कराया लेकिन नाना के पहले बेटे को बचाया नहीं जा सका। इसके बाद नाना बुरी तरह टूट गए। वह किसी से ज्यादा बात भी नहीं करते थे लेकिन कुछ वक्त बाद जब नाना की जिंदगी में उनका दूसरा बेटा मल्हार आया तब नाना वापस पहले की तरह जिंदादिल हो गए।