सलमान खान को मिली सजा के कोर्ट के फैसले पर राज्यसभा एमपी जया बच्चन ने निराशा जताई है. सलमान खान को 20 साल पुराने काला हिरण शिकार मामले में 5 साल की सजा और 10,000 रुपये जुर्माना लगाया गया है. जया बच्चन का कहना है कि सलमान को उनके मानवीय कार्यों को देखते हुए सजा से छूट दे देनी चाहिए थी. न्यूज एजेंसी एएनआई के अनुसार जया बच्चन ने अपने बयान में कहा, ‘मुझे बुरा लग रहा है. उन्हें राहत दे देनी चाहिए थी. उन्होंने बहुत सारा मानवीय कार्य किया है.’
बता दें कि आज जोधपुर सत्र न्यायालय ने 1998 के काला हिरण मामले में सलमान खान को दोषी पाया है. मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट देव कुमार खत्री ने सलमान की सजा पर फैसला सुनाया. फैसले के बाद समलान खान को जोधपुर सेंट्रल जेल भेज दिया गया है. जेल जाने से पहले सलमान खान ने अपने पिता सलीम खान से फोन पर बात की. सलमान की सुरक्षा के मद्देनजर उन्हें जेल में बैरक में अलग रखा जाएगा. सलमान खान के जोधपुर जेल पहुंचने पर सबसे पहले उनका मेडिकल कराया गया.
वहीं, सलमान खान की तरफ से जोधपुर की सत्र अदालत में जमानत अर्जी दायर की गई है, जिस पर कोर्ट कल (शुक्रवार) सुनवाई करेगा. सलमान को सजा सुनाए जाने के बाद कोर्ट के बाहर मौजूद बिश्नोई समाज के लोगों ने अभिनेता के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. वहीं, सलमान के समर्थकों ने भी उनके पक्ष में नारेबाजी की. इसके बाद पुलिस ने बल प्रयोग कर लोगों को वहां से हटाया.
पिछले दिनों इस मामले में सुनवाई पूरी होने के बाद जोधपुर ग्रामीण जिला मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट देव कुमार खत्री ने फैसला सुरक्षित रख लिया था. बता दें कि अदालत ने सलमान को छोड़ अन्य चार आरोपियों को संदेह का लाभ देते हुए बरी किया है.
सलमान खान, सैफ अली खान, तब्बू, नीलम, सोनाली बेंद्रे और जोधपुर निवासी दुष्यंत सिंह पर आरोप है कि उन्होंने 1 और 2 अक्टूबर 1998 को जोधपुर में देर रात लूणी थाना इलाके के कांकाणी गांव में दो काले हिरणों का शिकार किया था. मामले में पेश किए गए गवाहों ने कोर्ट को बताया था कि सलमान खान ने हिरणों का शिकार किया तो उस समय ये सभी आरोपी जिप्सी गाड़ी में सवार थे. उन्होंने बताया कि जिप्सी में मौजूद सभी सितारों ने सलमान को शिकार करने के लिए उकसाया था, जिसके बाद गोली की आवाज सुनकर सभी गाववाले वहां एकत्र हो गए थे. गांव वालों के आने के बाद सलमान वहां से गाड़ी लेकर भाग गए थे और दोनों हिरण वहीं पड़े थे.