प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज अंबेडकर जयंती की पूर्व संध्या पर दिल्ली के 26 अलीपुर रोड स्थित डॉ.अंबेडकर नेशनल मेमोरियल का उद्धाटन किया. इस मौके पर उन्होंने कांग्रेस पर बाबा साहब का अपमान करने का आरोप लगाया. इसके अलावा अपने भाषण में पीएम मोदी ने एससी एसटी एक्ट को लेकर हुए प्रदर्शन पर दलित समुदाय को आश्वस्त किया एक्ट को कमजोर नहीं होने देंगे. कांग्रेस पर बाबा साहब अंबेडकर को अपमानित करने का आरोप लगाते हुए पीएम मोदी ने कांग्रेस को चुनौती दी कि कांग्रेस एक काम बताए तो उसने डॉ अंबेडकर के लिए किया हो? इस दौरान प्रधानमंत्री ने एससी एसटी एक्ट पर कोई असर नहीं पड़ने देंगे. प्रधानमंत्री ने कहा कि जिस न्यू इंडिया की मैं बात करता हूं वह बाबा साहब के सपनों का भारत है. उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने पहली बार 26 नवंबर को संविधान दिवस घोषित किया और इस पर दो दिन तक संसद में बहस चली.
पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस और बाबा साहब के बीच जब संबंध टूटने का आखिरी दौर था तो बहुत सी बातें हैं जिन्हें मैं करने बैठूं को कई दिन निकल जाएंगे. तमाम विवादों की वजह से बाबा साहब ने नेहरू कैबिनेट से इस्तीफा दिया था. पीएम मोदी ने कहा कि अपने बयान में उन्होंने तकलीफों को जिक्र किया था. मैं उस बयान के बारे में आपको बताना चाहता हूं. ताकि देश भर का आदिवासी, दलित और पिछड़ा समाज ये जान सके कि कांग्रेस ने बाबा साहब के साथ कैसा सलूक किया था.
बाबा साहब ने नेहरू कैबिनेट से क्यों दिया इस्तीफा?
पीएम मोदी ने बाबा साहब अंबेडकर के बयान का हवाला देते हुए कहा, ‘मुझे कैबिनेट की किसी कमेटी में नहीं लिया गया था. ना ही विदेश मामले की कमेटी में, ना ही रक्षा कमेटी में, मुझे लगा कि मुझे आर्थिक कमेटी में जगह मिलेगी. लेकिन उसमें भी मुझे नहीं लिया गया. मुझे सिर्फ एक मंत्रालय दिया गया जिसमें कोई खास काम नहीं था. ‘
पीएम मोदी ने कहा कि बाबा साहब सोचते थे कि उन्हें योग्यता के आधार पर काम दिया जाएगा. किसी मंत्रालय की अतिरक्त जिम्मेदारी तक बाबा साहब को नहीं दी गई थी. एक और बढ़ी वजह थी जिसकी वजह से बाबा साहब ने कांग्रेस कैबिनेट से इस्तीफा दिया. पीएम मोदी ने डॉ अंबेडकर का हवाला देते हुए कहा ‘अब मैं आपको वजह बताना चाहता हूं जिसने सरकार से मेरा मोह भंग कर दिया. ये पिछडो़ं और दलितों के साथ किए जा रहे बर्ताव से जुड़ा हुआ है. मुझे इसका बहुत दुख है कि संविधान में पिछ़ड़ी जातियों के हितों के संरक्षण के लिए उचित प्रावधान नहीं है, ये कार्य एक आयोग की सिफारिशों के आधार पर होना था. संविधान को लागू हुए एक साल से ज्यादा का समय हो चुका है कि लेकिन सरकार ने अब तक आयोग नियुक्त करने के बारे में सोचा तक नहीं है.’
नहीं बदली है कांग्रेस की सोचः पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा, ‘साथियों तब से लेकर आज तक कांग्रेस की सोच नहीं बदली है, 70 साल पहले पिछड़ी जातियों के लिए आयोग को लेकर कांग्रेस ने बात आगे नहीं बढ़ने दी. यहां तक की बाबा साहब को इस्तीफा तक देना पड़ा. आज 70 साल भी कांग्रेस ओबीसी कमीशन को संवैधानिक दर्जा देने के काम को रोकने का काम कर रही है. संसद नहीं चलने दे रहे है.ओबीसी कमीशन को संवैधानिक दर्जा मिलने के बाद एससी एसटी आयोग की तरह ताकत मिल जाएगा.’
पीएम मोदी ने बताया ‘जब मैं गुजरात का सीएम था तो 26 नवंबर के दिन मैंने संविधान की किताब को हाथी की पालकी पर बाबा साहब की तस्वीर के साथ रखकर झांकी निकाली थी. मैं खुद उस झांकी के साथ पैदल चल रहा था.’ पीएम मोदी ने कहा कांग्रेस पर बाबा साहब अंबेडकर का अपमान करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने बाबा साहब का इतिहास से नाम मिटाने के लिए पूरी शक्ति लगा थी. कांग्रेस ने उनके अपमान में कोई कोरी कसर नहीं छोड़ी थी.
नेहरू जी ने बाबा साहब को चुनाव हरवाया
पीएम मोदी ने कहा कि डॉ अंबेडकर को कानून मंत्री बनाने के बाद कांग्रेस ने जो व्यवहार उनके साथ किया वह देश को समझने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि ये बात सही है कि जिन जिन लोगों ने कांग्रेस के इको सिस्टम के आगे घुटने नहीं टेके कांग्रेस ने उन्हें किताबों में भी जगह नहीं दी. पीएम मोदी ने बताया कि नेहरू जी बाबा साहब को लोकसभा चुनाव हराने के लिए उनके खिलाफ प्रचार करने के लिए पहुंचे थे. कांग्रेस की वजह से बाबा साहब दूसरी बार भी हारे. डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने बाबा साहब को राज्यसभा पहुंचाया.
कांग्रेस ने बाबा साहब को भारत रत्न के योग्य नहीं समझा
पीएम मोदी ने कहा कि सच्चाई ये है कि बाबा साहेब के निधन के बाद कांग्रेस ने राष्ट्र निर्माण में उनके योगदान को भी मिटाने की कोशिश की. नेहरू जी से लेकर राजीव गांधी तक, कांग्रेस ने तमाम लोगों को भारत रत्न से सम्मानित किया, लेकिन उसे कभी बाबा साहेब ‘भारत के रत्न’ के लिए योग्य नहीं लगे.
संसद के सेंट्रल हॉल में अंबेडकर चित्र नहीं लगवाया
पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस के राज में संसद के सेंट्रल हॉल में बाबा साहेब का चित्र लगाने के खिलाफ ये तर्क दिया जाता था कि सेंट्रल हॉल में जगह नहीं है. जिस व्यक्ति ने सेंट्रल हॉल में बैठेकर संविधान को रचा हो, उसकी बारीकी पर घंटों चर्चा की हो, कांग्रेस शासन के दौरान उसी के लिए सेंट्रल हॉल में कोई जगह नहीं थी.
दिल पर पत्थर रखकर बाबा साहब का नाम ले रहे है
पीएम मोदी ने कहा कि ये बाबा साहेब के महान कर्मों का, देश के लिए उनकी सेवा का फल है कि एक परिवार की पूजा करने वाले, उस परिवार को देश का भाग्यविधाता समझने वाले, अब दिल पर पत्थर रखकर बाबा साहेब का नाम ले रहे हैं: