Never win girlfriends in a debate?
कपल्स में नोक-झोक होना आम बात है, लेकिन कई बार छोटी-छोटी बात भी बड़े लड़ाई-झगड़े का रूप ले लेती है। पर आखिर में लड़का सही हो या गलत हार चुप्पी लड़के को ही साधनी होती है। आज हम आपको ये ही बताएंगे कि आखिर क्या कारण है जिस वजह से लड़के कभी अपनी गर्लफ्रेंड से बहस में नहीं जीत पाते! जानिए..
लड़कों का आपा खोना
गुस्से में कई बार लड़के अपना आपा खो बैठते हैं। ऐसे में लड़कियों की गलती होने के बावजूद मजबूत हो जाती हैं। उनके पास बहाना होता है कि वह इसलिए आपसे बात करना पसंद नहीं करती हैं या वह कुछ भी करके आपकी ऊंची आवाज पर सारा मामला डाइवर्ट कर देती हैं।
लड़कियों के आंसू
जब कभी लड़कियों के पास कुछ कहने को नहीं बचता तो ऐसे में उनका सबसे बड़ा हथियार उनके आंसू होते हैं, जिसका इस्तेमाल करना वह बेहद अच्छे से जानती हैं। एक बार बस लड़की के आंसी निकले सारी बहस नया रूप ले लेती है। बात वहीं बीच में रहकर लड़का उन्हें ही चुप कराने में लग जाता है।
दोस्तों से शिकायत
लड़कियां अपने ब्वॉयफ्रेंड की शिकायत उसके दोस्तों से करने लगती है जिसमें लड़का न ही उन्हें कुछ कहने लायक होता है और न ही अपने दोस्तों को कुछ कह सकता है और होता क्या है एक बार फिर उसे चुप रहने में ही भलाई नजर आती है।
ब्वॉयफ्रेंड की गलतियां
जब भी दोनों के बीच नोक-झोक हो लड़कियां खुद की बात स्ट्रांग करने के लिए अपने ब्वॉयफ्रेंड की सारी आगे पीछे की गलतियां गिनाना शुरू कर देती हैं। अंत में होता क्या है कि लड़के की बोलती बंद रह जाती है और जीत लड़की की ही होती है।