भारतीय सिनेमा में 65वें नेशनल फिल्म अवॉर्ड्स की अपनी ही साख है और हर फिल्मकार और कलाकार इन पुरस्कारों को पाने की चाह रखता है. नई दिल्ली आयोजित की गई इस नेशनल फिल्म अवॉर्ड में भारत सरकार की तरफ से दिए जाने वाले पुरस्कारों में अलग-अलग श्रेणियों में कलाकारों को सम्मानित किया गया. विजेताओं को राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद, सूचना एवं प्रसारण मंत्री स्मृति ईरानी और केंद्रीय मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौर द्वारा पुरस्कृत किया गया. इस दौरान राष्ट्रपति ने कहा कि श्रीदेवी और विनोद खन्ना हमेशा के लिए याद किया जाएगा.
श्रीदेवी को बेस्ट एक्ट्रेस के अवॉर्ड से नवाजा गया. बेटी जाह्नवी और खुशी कपूर के साथ बोनी कपूर ने लिया दिवंगत श्रीदेवी का पुरस्कार.
बंगाली अभिनेता रिद्धि सेन ने फिल्म ‘नगर कीर्तन’ के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का पुरस्कार प्राप्त किया.
असमिया फिल्म ‘विलेज रॉकस्टार’ ने जीता सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म पुरस्कार. इस फिल्म की निर्देशक रिमा दास को पुरस्कार से नवाजा गया.
इसी दौरान राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने दिवंगत विनोद खन्ना को दादासाहेब फाल्के पुरस्कार से नवाजा किया. उनका यह पुरस्कार उनके बेटे अक्षय खन्ना ने प्राप्त किया.
दिव्या दत्त को फिल्म ‘इरादा’ के लिए ‘द बेस्ट सपोर्टिंग एक्ट्रेस’ के अवॉर्ड से नवाजा गया.
नन-फीचर फिल्म सेक्शन में फिल्म ‘मृत्युभोज’ के लिए तंजिंग कुंचोक और संजीव मोंगा को सर्वश्रेष्ठ संपादन पुरस्कार.
फिल्म ‘न्यूटन’ के लिए पंकज त्रिपाठी को ‘स्पेशल मेंशन अवॉर्ड’ से नवाजा गया.
मध्य प्रदेश को मिला ‘द मोस्ट फिल्म फ्रेंडली स्टेट’ का अवॉर्ड.
भारत के सबसे प्रसिद्ध कोरियोग्राफरों में से एक गणेश आचार्य फिल्म ‘टॉयलेट एक प्रेमकथा’ के लिए मिला सर्वश्रेष्ठ कोरियोग्राफी का अवॉर्ड.
‘बाहुबली 2’ को मिला ‘द बेस्ट पॉपुलर फिल्म’ का अवॉर्ड.
बता दें, हर साल राष्ट्रपति सभी को पुरस्कार प्रदान करते थे, लेकिन इस बार राष्ट्रपति ने कुल 140 पुरस्कार प्राप्त करने वालों में से केवल 11 लोगों को ही सम्मानित किए, जिसमें से अन्य लोगों को सूचना एवं प्रसारण मंत्री स्मृति ईरानी और केंद्रीय मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौर ने पुरस्कार दिया. दरअसल, राष्ट्रपति की ओर से इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए सिर्फ एक घंटा ही दिया गया, जिसमें वो 11 लोगों को ही अवॉर्ड दे पाएंगे. इस कारण कुछ 60 से ज्यादा विजेता नाराज हो गए और उन्होंने इसे बॉयकट कर दिया.