भारत भले ही केपटाउन टेस्ट 72 रनों से हार गया हो, लेकिन इस मैच में भारतीय विकेटकीपर रिद्धिमान साहा ने एक नया रिकॉर्ड कायम कर लिया है। महेंद्र सिंह धोनी को पीछे छोड़ते हुए वह एक टेस्ट मैच में 10 शिकार करने वाले पहले भारतीय बन गए हैं। महेंद्र सिंह धोनी ने 2014 में एमएसजी में खेले गए टेस्ट मैच में 9 शिकार (8 कैच, 1 स्टंपिंग) किए थे। साहा और दक्षिण अफ्रीका के विकेटकीपर क्विंटन डी कॉक ने इस मैच में 16 कैच लपके हैं।
इससे पहले वेर्नोन फिलेंडर (6-42) के नेतृत्व में अपने तेज गेंदबाजों के बेहतरीन प्रदर्शन के दम पर दक्षिण अफ्रीका ने पहले टेस्ट को चार दिन से भी कम समय में जीत कर 1-0 की बढ़त हासिल कर ली। इस मैच ने तेज और उछालयुक्त गेंदों को खेलने की भारतीय बल्लेबाजों की कमजोरी को एक बार फिर उजागर कर दिया है। भारतीय गेंदबाजों ने भी शानदार प्रदर्शन करते हुए चौथे दिन दक्षिण अफ्रीका के 8 बल्लेबाजों को महज 65 रनों पर पवेलियन लौटाया था, लेकिन भारतीय बल्लेबाज अपने साथियों की मेहनत का सम्मान नहीं कर सके। मेजबान टीम की ओर से मिले 208 रनों के लक्ष्य को हासिल करने में नाकाम रही भारतीय टीम की दूसरी पारी 135 रनों पर ही सिमट गई। दूसरा टेस्ट मैच 13 जनवरी से सेंचुरियन के सुपर स्पोर्ट पार्क में खेला जाएगा।
फिलेंडर के अलावा दो-दो विकेट हासिल करने वाले कगीसो रबादा और मोर्ने मोर्कल की भी मेजबान टीम की जीत में अहम भूमिका रही। चौथे दिन न्यूलैंड्स मैदान पर कुल 64 ओवरों का खेल हुआ और 200 रन बने लेकिन सबसे अहम बात यह रही कि इस दिन 18 विकेट गिरे। इसमें भारत के 10 और मेजबान टीम के आठ विकेट शामिल हैं।
टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए दक्षिण अफ्रीका ने पहली पारी में अब्राहम डिविलियर्स (65) और कप्तान फाफ डु प्लेसिस (62) की अर्धशतकीय पारियों के दम पर 286 रनों का स्कोर खड़ा किया था। भुवनेश्वर कुमार ने सबसे अधिक चार विकेट लिए थे, वहीं रविचंद्रन अश्विन को दो सफलता मिली थी। मोहम्मद शमी, जसप्रीत बुमराह और हार्दि पांड्या को भी एक-एक विकेट मिला था।
इसके बाद भारत ने अपनी पहली पारी में 209 रन बनाए। हार्दिक पांड्या ने सबसे अधिक 93 रनों की पारी खेली। इस पारी में फिलेंडर और रबादा ने तीन-तीन विकेट हासिल किए, वहीं डेल स्टेन और मोर्केल को दो-दो सफलता मिली। स्टेन चोट के कारण दूसरी पारी में गेंदबाजी नहीं कर सके लेकिन फिलेंडर, रबादा और मोर्कल की शानदार गेंदबाजी के कारण प्लेसिस को उनकी कमी बिल्कुल नहीं खली। दक्षिण अफ्रीका की दूसरी पारी भारत ने 130 रनों पर ही समेट दी थी। मेजबान टीम को सस्ते में समेटने में शमी (3-28) और बुमराह (3-39) के अलावा, भुवनेश्वर (2/33) और पांड्या (2/27) ने अहम भूमिका निभाई।