गर्मी के मौसम में ज्यादा से ज्यादा मात्रा में पेय पदार्थों का सेवन करना चाहिए। इससे शरीर हाइड्रेटेड रहता है। फलों का जूस इसके लिए बेहतर विकल्प हो सकते हैं। इनमें पर्याप्त मात्रा में पोषक तत्व भी होते हैं जो शरीर के लिए जरूरी हैं। गन्ने का रस गर्मियों में खूब पसंद किया जाता है। पोषक तत्वों से भरपूर होने के अलावा यह बेहद फायदेमंद भी होता है। इसमें कैल्शियम, क्रोमियम, कोबाल्ट, मैग्नीशियम, मैंगनीज, फास्फोरस, पोटैशियम और जिंक जैसे तत्व पाए जाते हैं। इसके अलावा इसमें आयरन, विटामिन ए, सी, बी-कॉम्प्लेक्स, प्रोटीन और फाइबर काफी मात्रा में पाए जाते हैं। इतने पोषक तत्वों से भरपूर होने के बावजूद गन्ने के रस के साथ कुछ नकारात्मक बातें भी जुड़ी हुई हैं। कई बार यह हमारी सेहत के लिए नुकसानदेह भी सिद्ध हो जाती हैं। आज हम आपको गन्ने से जुड़े ऐसे ही तथ्यों के बारे में बताने वाले हैं।
गन्ने के रस के साइड इफेक्ट्स –
मोटापा बढ़ सकता है – गन्ने के जूस में कैलोरी ज्यादा मात्रा में पाई जाती है। एक गिलास गन्ने के रस में तकरीबन 269 कैलोरी पाई जाती है। साथ ही साथ इसमें 100 ग्राम शुगर भी होता है। ऐसे में गन्ने का रस पीना मोटापे का कारण बन सकता है।
अनिद्रा की समस्या हो सकती है – गन्ने के रस में पॉलीकॉसनाल होता है। ऐसे में इसका ज्यादा मात्रा में सेवन करना कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं को जन्म देता है। इससे चक्कर आना, पेट खराब होना तथा अनिद्रा जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
रक्त का थक्का बनने में देरी – गन्ने में मौजूद पॉलीकॉसनाल रक्त को पतला बनाता है। इससे रक्त का थक्का बनने में देरी होती है। ऐसे लोग जो पहले से ही खून को पतला करने की दवा ले रहे हैं उन्हें गन्ने का रस नहीं पीना चाहिए।
इन्फेक्शन का खतरा – अगर आप बाजार से गन्ने का रस पीते हैं तो इससे संक्रमण का खतरा होता है। बाजार में मशीन से पेरकर निकाले गए गन्ने के रस में हानिकारक बैक्टीरिया और पेस्टीसाइड्स हो सकते हैं। ये आपके शरीर में पहुंचकर काफी नुकसान पहुंचा सकते हैं।
जल्दी दूषित होता है गन्ने का रस – गन्ने का रस 15 मिनट में ऑक्सीडाइज हो जाता है। इसके बाद इसे पीना बीमारियों को न्यौता देना है। इसलिए कभी भी देर तक रखे गए गन्ने के रस की बजाय इसे ताजा ही पीने की कोशिश करें।