'Surma' movie is only half of its recovery in four days ...
#Soorma @diljitdosanjh @taapsee
हॉकी प्लेयर संदीप सिंह की कहानी पर फिल्म बनी है, ‘सूरमा’। शुक्रवार को बॉक्स ऑफ़िस पर लगी ‘सूरमा’ ने चार दिन में ठीक-ठाक कमाई कर ली है। सोमवार को मिली दो करोड़ की रकम के बाद इसकी कुल कमाई 15.85 करोड़ रुपए है। इस तरह इसने अपनी आधी लागत वसूल ली है। फायदे में जाने के लिए इसे दो हफ्ते सिनेमाघरों में बिताने होंगे। वीकेंड पर इसने 13.85 करोड़ रुपए की कमाई की थी। ‘बंटी और बबली’, ‘किल दिल’ और ‘ओके जानू’ जैसी फिल्में बनाने वाले शाद अली के निर्देशन में बनी ‘सूरमा’, भारतीय हॉकी के बेहतरीन ड्रैग फ्लिकर संदीप सिंह के संघर्ष की कहानी है।
हॉकी के साथ ज़िंदगी के कई उतार-चढ़ाव देखने वाले संदीप सिंह को गोली लग जाती है, जिसके कारण उनके कमर के नीचे के हिस्से को लकवा मार जाता है। संदीप हिम्मत नहीं हारते और दो साल बाद फिर से हॉकी के मैदान पर उतर कर अपनी स्टिक का जादू दिखाते हैं। सूरमा उसी पूरी कहानी को परदे पर लाएगी। फिल्म में संदीप सिंह का किरदार दिलजीत दोसांझ मे निभाया है। पंजाब के इस सिंगर-एक्टर ने ‘उड़ता पंजाब’ से हिंदी क्षेत्र में अपनी पहचान बनाई है। ‘सूरमा’ में तापसी पन्नू, अंगद बेदी, सिद्धार्थ शुक्ला और विजय राज ने अहम् भूमिकाएं निभाई हैं। करीब दो घंटे 11 मिनट की इस फिल्म को बनाने में 30 करोड़ के आसपास की लागत आई है।
ट्रेड एक्सपर्ट के मुताबिक फिल्म को पहले दिन तीन से चार करोड़ के बीच कलेक्शन मिल सकता था और एेसा ही हुआ। हालांकि ये फिल्म माउथ पब्लिसिटी से पिक अप करने वाली फिल्म है। पंजाब और उत्तर भारत में इस फिल्म को अच्छी बढ़त मिल सकती है। दिलजीत की पंजाब में अच्छी फैन फालोविंग है और साथ ही वहां हॉकी की लोकप्रियता भी काफ़ी है।
सूरमा को हालांकि एंट मैन से भी तगड़ा कॉम्पिटिशन मिल रहा है क्योंकि हाल के दिनों में भारत में इस हॉलीवुड फिल्म ने अच्छी कमाई की है। ‘सूरमा’ को सिर्फ़ इस हफ़्ते की रिलीज़ फिल्मों से ही नहीं बल्कि 29 जून को रिलीज़ हुई रणबीर कपूर की ‘संजू’ के तूफ़ानी गति से चल रहे बॉक्स ऑफ़िस कलेक्शन का भी सामना करना पड़ेगा। ‘संजू’ इस हफ़्ते भी तगड़ा बिज़नेस करेगी ये दावा पहले ही कर दिया गया है। दिलजीत दोसांझ की पिछली फिल्म ‘वेलकम टू न्यूयॉर्क’ ने बॉक्स ऑफ़िस पर सिर्फ दो करोड़ 38 लाख का कारोबार किया था जबकि अनुष्का शर्मा के साथ आई ‘फिल्लौरी’ ने 27 करोड़ 10 लाख रुपए का बिज़नेस किया था।
साल 1986 में हरियाणा के कुरुक्षेत्र में पैदा हुए संदीप सिंह को भारतीय हॉकी के बेहतरीन ड्रैग फ्लिकर में से एक माना जाता रहा है। पेनाल्टी कार्नर को गोल में तब्दील करने में उन्हें महारथ हासिल था। साल 2004 में क्वालालम्पुर के सुल्तान अजलान शाह हॉकी टूर्नामेंट से अपना इंटरनेशनल करियर शुरू करने वाले भारतीय टीम के इस फुल बैक ने कई मौकों पर भारत को जीत दिलाई। साल 2006 में शताब्दी एक्सप्रेस ट्रेन में गोली लगने के बाद वो अपाहिज हो गए थे और व्हीलचेयर पर चलना पड़ता था लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और फिर से हॉकी के मैदान में अपना वही जोश दिखाया। संदीप सिंह ने साल 2004 में एशिया कप में भारतीय टीम के चैम्पियन बनने में सबसे बड़ी भूमिका निभाई थी।