इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) का खुमार लोगों के सिर चढ़ कर बोल रहा है। हर खिलाड़ी मैदान पर अपनी पूरी ताकत लगा रहा है। इस बीच कुछ खिलाड़ी ऐसे भी हैं जो अब तक इस टूर्नामेंट में अपना जलवा नहीं बिखेर पाए हैं। ऐसे खिलाड़ियों की फेहरिस्त में युवराज सिंह का नाम शायद सबसे पहले आता है। कभी टीम इंडिया के धमाकेदार बल्लेबाज रहे युवराज सिंह मैदान पर वापसी के लिए लगातार संघर्ष कर रहे हैं। युवराज सिंह पिछले कई मुकाबलों से भारतीय टीम के हिस्सा नहीं थे। कहा जा रहा था कि इस दौरान युवराज सिंह मैदान पर वापसी के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं। इस बीच इंडियन प्रीमियर लीग की शुरुआत हुई और किंग्स इलेवन पंजाब ने युवराज सिंह को 2 करोड़ रुपये में खरीदा। लेकिन मैदान पर अब तक इस दाहिने हाथ के बल्लेबाज का बल्ला खामोश ही रहा है।
युवराज सिंह के खराब प्रदर्शन को लेकर अब सवाल उठने लगे हैं। पूर्व भारतीय गेंदबाज अजीत अगरकर ने अपनी राय रखते हुए कहा है कि अब समय आ गया है कि युवराज सिंह पर फैसला लिया जाए। इस पूर्व गेंदबाज ने आगे कहा कि अपने खराब प्रदर्शन के बावजूद उन्हें टीम (किंग्स इलेवन पंजाब) का सपोर्ट तो मिल रहा है लेकिन कितने लंबे समय तक ऐसा संभव है? इसमें कोई आश्चर्य की बात नहीं होगी कि अगर वो लगातार इसी तरह नाकाम रहें तो टीम उन्हें बदल सकती है।
अजीत अगरकर ने कहा कि टूर्नामेंट के पहले मुकाबले में दबाव काफी कम था लेकिन युवराज सिंह लय में नजर नहीं आए। दूसरे मुकाबले में उमेश यादव ने उनसे अच्छा प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा कि युवराज सिंह टीम के मध्य क्रम में बल्लेबाजी के लिए आते हैं, लेकिन इस क्रम में खिलाड़ियों के खराब प्रदर्शन से दूसरे बल्लेबाजों पर दबाव बढ़ता है।
अजीत अगरकर ने आगे कहा कि किंग्स इलेवन पंजाब के कप्तान रविचंद्र अश्विन को अब सोचना होगा कि वो मध्य क्रम के बल्लेबाजी ऑर्डर को कैसे बेहतर बनाएं। क्योंकि अगर आपके शुरुआती बल्लेबाज बेहतर नहीं कर पा रहे हैं तो आप मध्य क्रम में आने वाले बल्लेबाजों पर दवाब नहीं बना सकते। आपको मध्य क्रम में ऐसे बल्लेबाज की जरुरत है जो अच्छे फॉर्म में हों।