मुंबई: शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने शरद पवार पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष के जरिए साल 1999 में पार्टी से निकाले जाने के बावजूद एनसीपी प्रमुख ने 15 वर्ष तक सोनिया गांधी की ‘सेवा’ की. शनिवार को सांगली मिराज कुपवाड नगर निगम चुनाव से पहले पश्चिमी महाराष्ट्र के सांगली में आयोजित रैली में ठाकरे ने ये बात कही. उन्होंने कहा ‘‘आज पवार ने कहा कि उन्होंने हमारी (शिवसेना-भाजपा) जैसी गठबंधन सरकार नहीं देखी है जहां हम भाजपा की आलोचना करते हैं फिर भी सत्ता में बने हुए हैं. उन्हें मालूम होना चाहिए कि दोनों पार्टियां शुरुआत से ही अलग हैं. आपने मुख्यमंत्री बनने के लिए तत्कालीन कांग्रेसी मुख्यमंत्री के साथ विश्वासघात किया. मैंने आपकी तरह का नेता नहीं देखा है.’’
ठाकरे ने कहा, ‘‘शिवसेना किसी तरह की गलती पर भाजपा की आलोचना करती है और हम उसे सुलझाने में सक्षम हैं. पवार को इसकी चिंता नहीं करनी चाहिए. शरद पवार ने पार्टी नहीं छोड़ी थी बल्कि सोनिया गांधी ने उन्हें कांग्रेस से बाहर का रास्ता दिखा दिया था इसके बावजूद उन्होंने अगले 15 वर्ष तक उनकी सेवा की.’’
इसी रैली में ठाकरे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी हमलावर हुए. उन्होंने नोटबंदी की आलोचना करते हुए कहा कि पीएम ने कहा था कि नोटबंदी से दहशतवाद जल्द खत्म होगा, लेकिन ऐसा हुआ नहीं, बल्कि ये और बढ़ गया है. यदि ये आतंक कहीं कम हुआ भी है तो वो हमारे जवानों के कारण है.
गौरतलब है कि शरद पवार ने शनिवार सुबह कराड में महाराष्ट्र के प्रथम मुख्यमंत्री श्री यशवंतराव चव्हाण को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए शिवसेना पर बयानी हमला बोला था. उन्होंने कहा, “शिवसेना सत्ता से ऐसे चिपक गई है, जैसे उसे गोंद से चिपका दिया गया हो. मैंने ऐसी गठबंधन सरकार नहीं देखी है जहां एक पार्टी दूसरे की आलोचना जारी रखती है.”