दक्षिण अफ्रीका के पूर्व कोच रे जेंनिंग्स का मानना है कि भारतीय कप्तान विराट कोहली बेस्ट कप्तान नहीं हैं। विराट ड्रेसिंग रूम में दबदबा बनाने वाले कप्तान हो सकते हैं, लेकिन उन्हें एक ऐसे शख्स की जरूरत है जो उन्हें और बेहतर बना सके। जेंनिंग्स ने कोहली रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के लिए खेलते हुए काफी पहले देखा हुआ है। जेंनिंग्स ने कहा, ”मुझे लगता है कि एक कप्तान के रूप में वह अब भी अपने सर्वश्रेष्ठ स्तर पर नहीं है। भारतीय क्रिकेट प्रणाली को विराट कोहली को बेहतर करना होगा। महेंद्र सिंह धोनी के दौर से कोहली के दौर में बहुत अधिक बदलाव आया है। धोनी इतना धैर्यवान है और कोहली पूरी तरह से इसका उलट। वह ड्रेसिंग रूम में डर पैदा करने वाला हो सकता है और कभी कभी टीम के साथी हैरान होते होंगे कि कोहली असल में कौन है”।
जेंनिंग्स का मानना है कि कोहली युवा खिलाड़ी में डर पैदा कर सकते हैं और यही कारण है कि धैर्यवान मेंटर समय की जरूरत है। उन्होंने कहा, ”ड्रेसिंग रूम में डर का माहौल हो सकता है और इतने सारे युवा खिलाड़ियों के टीम में जगह बनाने के कारण आप ऐसा नहीं चाहोगे। भारतीय क्रिकेट को इसलिए ऐसा व्यक्ति ढूंढना होगा जो कोहली को सुधार करने के लिए प्रभावित कर सके और उसे और अधिक बेहतर कप्तान बनाए”।
उन्होंने कहा, ”आयु बढ़ने के साथ नैर्सिगक रूप से कोहली बेहतर और धैर्यवान होगा। वह हमेशा इतना आक्रामक नहीं रहेगा। लेकिन कई हालात में जब चीजें इतनी शांत नहीं होंगी या ड्रेसिंग रूम से डर हटाने के लिए, कोहली को कौन बेहतर होना सिखाएगा। वह इतना समझदार और जज्बे वाला है कि बदलाव को स्वीकार करे। वह सर्वश्रेष्ठ बनना चाहता है और उसमें दुनिया की सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी बनने का कौशल है, लेकिन इसके बावजूद उसे कुछ सहायता की जरूरत है। इस आयु में वह पहले ही 33 एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय शतक जड़ चुका है और एकदिवसीय क्रिकेट में सर्वश्रेष्ठ (सचिन तेंदुलकर) के करीब है। उसके अंदर कम से कम 10 और साल का खेल बचा है इसलिए कोई कारण नहीं है कि तीन से चार साल में वह और बेहतर नहीं हो”।
उन्होंने कहा, ”मुझे लगता है कि किसी भी बल्लेबाज के लिए 32 सर्वश्रेष्ठ उम्र होती है और वह अभी वहां तक पहुंचा भी नहीं है इसलिए आप 33 में कुछ और शतक जोड़ सकते हो। अंडर 19 विश्व कप 2008 में दक्षिण अफ्रीका के कोच रहे जेंनिंग्स ने कहा, ”जब भारत ने (2008 में) उसकी अगुआई में अंडर 19 विश्व कप जीता तो मैं दक्षिण अफ्रीका अंडर 19 टीम का कोच था। उस समय भी मुझे लगा था कि बल्लेबाजी के मामले में वह अपने आयु समूह में शीर्ष पर होगा।