साउथ अफ्रीका के खिलाफ भारतीय टीम 5 जनवरी को सीरीज का पहला मैच खेलेगी। साउथ अफ्रीका के साथ भारत को 3 टेस्ट, 6 वनडे और 3 टी20 मैच खेलना है। साउथ अफ्रीका ने पहले टेस्ट के लिए टीम का ऐलान कर दिया है। सीरीज का पहला मैच केपटाउन के न्यूलैंड्स स्टेडियम में शुक्रवार (5 जनवरी) से खेला जाना है। भारतीय टीम मौजूदा समय में टेस्ट की सबसे बेस्ट टीम है। पिछले कुछ सालों से भारतीय टीम को टेस्ट में मात देना दूसरी टीमों के लिए काफी मुश्किल भरा रहा है। लेकिन साउथ अफ्रीका के खिलाफ 1992 से लेकर अब तक खेले गए 6 टेस्ट सीरीज में भारत को जीत नहीं मिली है।
ऐसे में भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली यहां हर हाल में जीतना चाहेंगे। लेकिन भारतीय टीम की सबसे बड़ी लड़ाई साउथ अफ्रीका के पिच से होगी। साउथ अफ्रीका की पिच तेज गेंदबाजों के लिए काफी मददगार मानी जाती है। स्पीड,स्विंग और बाउंस का कहर इन पिचों पर बल्लेबाजों को खूब परेशान करता है।
साउथ अफ्रीका की टीम में कई तेज गेंदबाज है जो इन पिचों पर भारतीय बल्लेबाजों को परेशानी में डाल सकते हैं। डेल स्टेन, कैगिसो रबाडा, और मोर्ने मोर्केल किसी भी बल्लेबाजी क्रम को धवस्त करने का दम रखते हैं। ऐसे में भारतीय टीम को इनसे सावधान रहने की जरूरत है। रबाडा इस समय शानदार फॉर्म में चल रहे हैं और अफ्रीकी पिच पर जमकर धमाल मचा रहे हैं। रबाडा ने पिछले एक साल में 11 मैचों में 20.28 की औसत से 57 विकेट लिए हैं।
वहीं मैच से पहले भारतीय टीम के कोच रवि शास्त्री ने कहा कि हमारे लिए हर मैच घरेलू मैच की तरह है। हमारे लिए न्यूलैंड्स भी घर जैसा है। आप पिच के मुताबिक ढलते हो। ना कोई बहाना, ना कोई शिकायत। दोनों टीमों को एक ही तरह के सतह पर खेलना है। कल आप इंग्लैंड जाएंगे तो वहां हर पिच पर गेंद स्विंग होगी। भारत में स्पिनरों को मदद वाली पिच मिलेगी। अगर आपको अच्छी टीम बनानी है तो यह सब बातें छोड़कर, जैसे भी हालात हो उसमें मुकाबला करना होगा।