जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने फिल्म ‘पद्मावत’ का विरोध करने वाली करणी सेना के समर्थकों पर लगाम नहीं लगने की घटना को आड़े हाथों लिया है. करणी सेना का देश भर में उत्पात और तोड़फोड़ की घटनाओं पर उमर उब्दुल्ला ने इनकी तुलना जम्मू कश्मीर के पत्थरबाजों से की है. उन्होंने करणी सेना की ओर से गुरुग्राम में स्कूल बस पर हमले की घटना की निंदा की है. उमर अब्दुल्ला ने ट्वीट कर इशारे में बताने की कोशिश की है कि वह करणी सेना को सरकार सह दे रही है, इसलिए उनका उत्पात बंद नहीं हो रहा है. जम्मू कश्मीर के पूर्व सीएम ने ट्वीट किया है, ‘करणी सेना के गुंड़ों को क्यों नहीं जीप पर बांध कर स्कूल की बसों के सामने परेड कराई जाए.’
उमर अब्दुल्ला ने इस ट्वीट के जरिए मौजूदा बीजेपी सरकार पर तंज कसा है. साथ ही इशारों में बताने की कोशिश की है कि करणी सेना को मौजूदा सरकारों की सह है. दरअसल, पिछले साल जम्मू कश्मीर में उपचुनावों के दौरान पत्थरबाजों को रोकने के लिए मेजर नितिन गोगोई ने एक पत्थरबाज को जीप पर बांधकर परेड निकाली थी. उस समय कश्मीर में इस बात का भारी विरोध भी हुआ था. हालांकि मेजर गोगोई ने पत्थरबाजों को रोकने के लिए इसे सही तरीका बताया था. इसी तर्क का उपयोग करते हुए उमर अब्दुल्ला न ट्वीट किया है.
मालूम हो कि करणी सेना राजस्थान, गुजरात, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, बिहार सहित कई राज्यों में फिल्म पद्मावत का विरोध कर रही है. इनके विरोध के चलते इन पांचों राज्यों के अधिकतर थिएटरों में इस फिल्म की स्क्रिनिंग नहीं हो पाई है. करणी सेना के कथित समर्थकों ने गुरुग्राम में एक स्कूल बस को निशाना बनाया था. उस दौरान बस में नर्सरी से लेकर 10वीं तक के बच्चे मौजूद थे. विरोध प्रदर्शन शांत नहीं होने पर करणी सेना के राष्ट्रीय सचिव सूरजपाल सिंह अमू को शुक्रवार को गुरुग्राम की कोर्ट ने 29 जनवरी तक के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया है. अमू को गुरुवार (25 जनवरी) को शहर में ‘पद्मावत’ फिल्म के विरोधी हिंसा के बारे में पूछताछ के लिए गुड़गांव पुलिस ने हिरासत में लिया था. पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया था कि 31 आंदोलनकारियों को भी गिरफ्तार किया गया क्योंकि शहर में हिंसा के मद्देनजर धारा 144 लगी हुई है.
इससे पहले बुधवार (24 जनवरी) को भीड़ ने एक स्कूल बस पर हमला किया था. उस बस में 20-25 बच्चे सवार थे. गुड़गांव पुलिस के पीआरओ रवींद्र कुमार ने बताया था कि, ‘अमू एमजी रोड पर अपने समर्थकों से मिलने जाने की कोशिश कर रहा था लेकिन उसे डीएलएफ इलाके में स्थित उसके आवास से हिरासत में ले लिया गया.