हर रोज तमाम लड़कियां मायानगरी मुंबई में अपने ख्वाबों को पूरा करने आती हैं। हालांकि उनमें से तमाम इस इंडस्ट्री की काली सच्चाई से वाकिफ नहीं होती हैं। आज हम आपको ऐसी ही एक लड़की की कहानी सुनाने जा रहे हैं जो कि इंडस्ट्री में एक्ट्रेस तो बन गई लेकिन उससे पहले उसे एक ऐसी घटना का सामना करना पड़ा जिसने उसे रोने पर मजबूर कर दिया। 2 फरवरी 1989 को केरला के एक परिवार में श्रुति हरिहरन का जन्म हुआ। श्रुति ने बेंगलुरू में पढ़ाई की और पढ़ाई पूरी करने के बाद उसने तय किया कि वह फिल्मों में अपना करियर बनाएगी। यह सोच कर वह मशहूर कोरियोग्राफर इमरान सरदारिया के साथ एक असिस्टेंट कोरियोग्राफर के तौर पर जुड़ गई।
वह पार्ट टाइम में बैकग्राउंड डांसर के तौर पर भी काम करने लगी। उन्होंने हीरोइन बनने को अपना मकसद बना लिया था। कुछ दिनों की मेहनत के बाद उन्हें एक फिल्म में काम करने का मौका मिल गया। वह मीटिंग के लिए पहुंचीं और प्रोड्यूसर ने उन्हें ओके भी कर लिया। लेकिन प्रोड्यूसर ने उनके सामने एक ऐसी शर्त रखी जिसे सुनने के बाद श्रुति के होश उड़ गए। एक्ट्रेस को फिल्म के प्रोड्यूसर ने बताया कि काम तो मिल जाएगा लेकिन उससे पहले उन्हें हमबिस्तर होना पड़ेगा। 18 साल की उम्र में काम देने के बदले किसी प्रोड्यूसर के साथ सोने की शर्त सुनकर श्रुति न सिर्फ बुरी तरह घबरा गईं बल्कि उनका दिल भी टूट गया।
इसके बाद वह बिना कुछ बोले वहां से निकल आईं और रोते हुए अपने कोरियोग्राफर को पूरा किस्सा सुनाया। उनके कोरियोग्राफर गुरु ने बजाए श्रुति को समझाने और दुलारने के उन्हें बुरी तरह दुतकार दिया। उन्होंने कहा कि यदि तुम ये सारी चीजें नहीं संभाल सकती हो तो दफा हो जाओ यहां से और फिल्म इंडस्ट्री में काम करने का सपना छोड़ दो। फिल्म तो श्रुति के हाथ से चली गई लेकिन श्रुति ने यह ठान लिया कि वह इतनी आसानी से खुद को गिरने नहीं देगी। इसके कुछ वक्त बाद उन्हें सिनेमा कंपनी नाम की एक फिल्म मिली जो कि बॉलीवुड बॉक्स ऑफिस पर सुपरहिट साबित हुई।