आक्रामक बल्लेबाज युवराज सिंह टीम इंडिया में वापसी करने की कोशिश में हैं। क्रिकेट एक्सपर्ट मानते हैं कि अगर वह वापसी में कामयाब भी हुए तो यह उनका आखिरी वर्ल्ड कप होगा। भारत क्रिकेट में करीब दो दशक बिता चुके युवराज सिंह की रिटायरमेंट को लेकर फिलहाल कोई योजना नहीं है। उनका मानना है कि उनके अंदर अभी बहुत सारी क्रिकेट बाकी है। हाल ही में एक इंटरव्यू में युवराज सिंह से उनकी रिटायरमेंट को लेकर योजना के बारे में पूछा गया। टीम इंडिया में उनके साथी रहे वीरेंद्र सहवाग, आशीष नेहरा, सौरभ गांगुली, वीवीएस लक्ष्मण जैसे क्रिकेटर फिलहाल क्रिकेट कॉमेंट्री कर रहे हैं। हालांकि, युवराज का कहना है कि उनकी ऐसी कोई योजना नहीं है। युवराज का कहना है कि कॉमेंट्री उनके लिए सबसे बेहतर विकल्प नहीं है।
युवराज ने इच्छा जताई है कि वह कैंसर मरीजों और कैंसर को हराने वाले लोगों के लिए काम करना चाहते हैं। युवराज सिंह का संगठन यूवीकैन कैंसर के क्षेत्र में ही काम कर रहा है। युवराज चाहते हैं कि वह हाशिए पर जिंदगी बिता रहे बच्चों के लिए भी काम करें। यह दिग्गज क्रिकेटर चाहता है कि वह ऐसे बच्चों को कोचिंग दे और उनके अंदर एक खेल संस्कृति विकसित करे।
युवराज ने कहा, ‘कॉमेंट्री मेरी खासियत नहीं है। भविष्य में कैंसर ऐसा क्षेत्र है, जिसमें मैं काम करूंगा। मैं छोटे बच्चों को मदद करना पसंद करता हूं। मुझे युवा पीढ़ी से बातचीत करना पसंद है। मेरे दिमाग में कोचिंग देने की बात चल रही है। मैं जरूरतमंद बच्चों को तलाशूंगा और उनके खेल और पढ़ाई पर अपना ध्यान केंद्रित करूंगा। खेल की तरह ही एजुकेशन भी बेहद जरूरी है। आपको दोनों पर ही फोकस करना होगा। शिक्षा की कीमत पर खेल को तरजीह नहीं दी जा सकती।’