अलवर में गौ-रक्षकों द्वारा एक व्यक्ति की पीट-पीटकर हत्या किए जाने के मामले पर दिल्ली की सियासत गर्मा गई है। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने गुरुवार (6 मार्च) को राजस्थान में सत्तारूढ़ बीजेपी सरकार को निशाने पर लिया। राहुल ने ट्वीट कर हा कि ‘जब सरकार अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ लेती है और हत्यारी भीड़ को शासन करने देती है तो बहुत बड़ी आपदाएं होती हैं। अलवर में कानून-व्यवस्था बुरी तरह ध्वस्त हो गई है।” राहुल ने उम्मीद जताई कि सरकार जिम्मेदारों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेगी। उन्होंने लिखा, ”हम सरकार से अपेक्षा रखते हैं कि वह इस बर्बर और संवेदनहीन हमले के जिम्मेदार लोगों पर सख्त कार्रवाई करेगी। सभी भारतीयों को इस अंधी बर्बरता की निंदा करनी ही चाहिए।” कथित तौर पर गौरक्षकों द्वारा पीटे जाने के बाद, 55 वर्षीय पहलू खान की सोमवार को अलवर जिला अस्पताल में मौत हो गई थी। मामला शनिवार का है जब कथित तौर पर जानवरों को जयपुर से हरियाणा ले जा रहे 16 लोगों को रोका गया। पुलिस ने इस संबंध में बुधवार को तीन लोगों को गिरफ्तार किया है।
गुरुवार को कांग्रेस ने संसद में जोर-शोर से यह मामला उठाया। विपक्ष के सांसदों ने जमकर हंगामा किया और सरकार से जवाब मांगा। कांग्रेस की ओर से दिग्विजिय सिंह ने ये मामला सदन में उठाया। विपक्ष को जवाब देते हुए संसदीय कार्य राज्यमंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि ‘जिस तरह की घटना पेश की जा रही है, ऐसी कोई घटना जमीन पर नहीं हुई है।’ इसके बाद राज्यसभा के उपसभापति पी जे कुरियन ने इस मामले में सरकार से रिपोर्ट मांगी। उन्होंने कहा कि जब तक ये तथ्य प्रमाणित नहीं हो जाता है कि हिंसा हुई है तब तक इस मुद्दे पर चर्चा नहीं की जा सकती है।
नकवी के जवाब में कांग्रेस के गुलाम नबी आजाद ने कहा कि पूरी दुनिया अलवर की हिंसा से परिचित है, लेकिन मंत्री महोदय को इसकी जानकारी नहीं है, ये बेहद दुखद है। उन्होंने कहा, ”मुझे बहुत दुख है कि मंत्री महोदय को इस घटना की इतनी कम जानकारी है, यहां तक की न्यूयॉर्क टाइम्स भी इस बारे में जानता है लेकिन मंत्री महोदय नहीं जानते हैं।”