भाजपा में शामिल होने की अटकलों के बीच गुजरात कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शंकरसिंह वाघेला ने रविवार को कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी और पार्टी के कई दूसरे वरिष्ठ नेताओं समेत 30 लोगों को अपने ट्विटर अकाउंट से ‘अनफॉलो’ कर दिया। उनका यह कदम ऐसे समय आया है जब प्रदेश कांग्रेस ने यहां अपनी आईटी सेल की कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया था, जिसमें वाघेला नहीं पहुंचे। इस कॉन्फ्रेंस में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के राजनीतिक सचिव अहमद पटेल और राज्य के कई वरिष्ठ नेता शामिल थे। वाघेला का सोशल मीडिया ऑपरेशन देखने वाले पार्थेश पटेल ने कहा, “बापू (वाघेला) ने मुझे बताया था कि वह सोशल मीडिया का इस्तेमाल बंद करना चाहते हैं। इसलिए सभी 30 ट्वीटर हैंडल को अनफॉलो कर दिया गया।”
पिछले हफ्ते वडोदरा शहर की कुछ जगहों पर लगाए गए होर्डिंग्स में वघेला को मुख्यमंत्री उम्मीदवार दिखाए जाने के बाद विवाद पैदा हुआ था। इन होर्डिंस में वाघेला का भाजपा में शामिल होने के संकेत भी दिए गए थे। बता दें कि गुजरात विधानसभा में नेता विपक्ष वाघेला ने मार्च में दावा किया था कि वह विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री पद के दावेदारों की दौड़ में शामिल नहीं हैं। पिछले महीने पार्टी के 57 में से 36 विधायकों ने मांग की थी कि अगर कांग्रेस चुनाव जीतना चाहती है तो वाघेला को पार्टी के मुख्यमंत्री पद का चेहरा बनाये। हालांकि गुजरात के पार्टी प्रभारी अशोक गहलोत ने हाल ही में विधानसभा चुनावों से पहले मुख्यमंत्री पद के लिये किसी के नाम के साथ चुनाव में जाने से इनकार किया था।
चुनाव लड़ना महत्वपूर्ण नहीं
गुजरात कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शंकरसिंह वाघेला ने रविवार को कहा कि वह इस साल होने वाले राज्य विधानसभा चुनावों को लड़ने के इच्छुक नहीं है। पत्रकारों ने जब उनसे पूछा कि विधानसभा चुनावों के लिये उनकी पसंद की सीट कौन सी होगी जहां से वह लड़ना चाहेंगे तो इस सवाल पर 77 वर्षीय पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने अपनी जिंदगी में काफी चुनाव लड़े हैं और अब यह उनके लिये महत्व नहीं रखता। उन्होंने अरवाल्ली जिले के बायद में संवाददाताओं को बताया, ‘‘मैंने अपनी जिंदगी में कई चुनाव लड़े हैं। अब समय आ गया है कि गुजरात के लोगों को जिन समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है उनके लिये लड़ा जाये। मेरे लिये लोकसभा या विधानसभा चुनाव लड़ना महत्वपूर्ण नहीं है।’’