मध्य प्रदेश सरकार ने राज्य ने प्लास्टिक बैग पर प्रतिबंध लगा दिया है। सरकार की ओर से कहा गया है कि प्लास्टिक खाने से गायों की मौत हो रही है। इसलिए यह कदम उठाया गया है। प्रतिबंध एक मई से लागू होगा। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में हुर्इ बैठक में यह फैसला लिया गया है। सरकार की ओर से जारी बयान में प्लास्टिक खाने से गायें बीमार हो रही है। इसके चलते उनकी जान भी जा रही है। साथ ही पर्यावरण के लिए भी यह नुकसानदेह है। इसके चलते यह कदम उठाया गया है।
प्रदेश के जनसंपर्क मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कैबिनेट बैठक के बाद यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में आज समूचे राज्य में एक मई से पॉलीथिन पर प्रतिबंध लगाने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी गई। गायें पॉलीथिन को खा लेती हैं, जिससे उनकी मौत हो जाती है। पॉलीथिन पर प्रतिबंध लगाकर इससे होने वाली गायों की मौतों को रोका जा सकेगा। इसके अलावा, पॉलीथिन से पर्यावरण को होने वाले नुकसान को भी रोका जा सकेगा।’’
यह पूछे जाने पर कि इस प्रतिबंध को कैसे लागू किया जाएगा, मिश्रा ने कहा कि इस प्रतिबंध के लिए अभी अन्य नियम-कानून तैयार किये जाने हैं। उन्होंने स्पष्ट किया, ‘‘इस बारे में निर्णय आज लिया गया है और इसे लागू करने के लिए अन्य नियम-कानून जल्द ही बनाये जाएंगे। हालांकि, यह प्रतिबंध प्लास्टिक से बनने वाली बाल्टी एवं अन्य सामान के लिए नहीं होगा। यह केवल प्लास्टिक की थैलियों एवं पन्नियों तक ही सीमित है।’’
शिवराज सरकार ने राज्य में शराब पर प्रतिबंध लगाने की दिशा में भी कदम उठाना शुरू किया है। मुख्यमंत्री ने पिछले दिनों कहा था कि सभी शराब की दुकानों को प्रक्रिया के तहत बंद किया जाएगा। इसके तहत पहले चरण में नर्मदा नदी के पांच किलोमीटर के दायरे में आने वाली दुकानों को बंद किया जाएगा। अगले चरण में आवासीय इलाकों, शिक्षण संस्थानों और धार्मिक स्थानों के पास शराब की दुकानें खोलने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
गौरतलब है कि पिछले कुछ महीनों में मध्य प्रदेश में शराब को लेकर विरोध प्रदर्शन बढ़ा है। पांच अप्रैल को रायसेन जिले के बरेली कस्बे में लोगों ने विरोध प्रदर्शन के दौरान दो वाहनों को आग लगा दी थी। इंदौर-1 से विधायक सुदर्शन गुप्ता भी शराबबंदी मांग रख चुके हैं।