सीनियर नेता शरद पवार ने गाय की बात करते हुए राष्ट्रीय स्वंय सेवक के वीर सावरकर का जिक्र किया। मंगलवार (11 अप्रैल) को एक कार्यक्रम में बोलते हुए शरद पवार ने कहा, ‘वीर सावरकर ने कहा था कि गाय किसानों पर बोझ नहीं होनी चाहिए, ऐसे में अगर किसी ने अगर गाय की हत्या करके उसका गौमांस खाया है तो मैं दोषी नहीं मानूंगा।’
मोहन भागवत को जवाब: राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ के मुखिया मोहन भागवत की बात का जवाब देते हुए कही। रविवार को एक कार्यक्रम के दौरान मोहन भागवत ने पूरे देश में गौहत्या पर बैन लगाने की मांग की थी। मोहन भागवत ने कहा था, ‘गऊ हत्या बंदी सरकार के अधीन है। हमारी इच्छा है कि संपूर्ण भारत में गौवंश की हत्या बंद हो। इस कानून को प्रभावी बनाना सरकार की जिम्मेदारी है।’ भागवत ने आगे कहा था, ‘गायों की रक्षा करते हुये ऐसा कुछ भी नहीं किया जाना चाहिये जिससे कुछ लोगों की मान्यता आहत हो। ऐसा कुछ भी नहीं किया जाना चाहिये जो हिंसक हो। इससे सिर्फ गौ रक्षकों के प्रयासों की बदनामी होगी…गायों के संरक्षण का काम कानूनों और संविधान का सम्मान करते हुये किया जाना चाहिये।’
संघ प्रमुख ने सुझाव दिया था कि राजनीतिक जटिलताओं की वजह से हर जगह ऐसा कानून लागू करने में समय लगेगा। उन्होंने कहा था, ‘‘ऐसा कोई कानून नहीं हो सकता जो कहे आप हिंसा कीजिये। यह असंभव है।’’ भागवत ने कहा, ‘‘मुझे विश्वास है कि जहां संघ कार्यकर्ता सत्ता में हैं, वो स्थानीय जटिलताओं से निपट कर इस दिशा में काम करेंगे।’