सामाजिक कार्यकर्ता अंजलि दमानिया ने शनिवार (23 सितंबर) को दावा किया कि उन्हें पाकिस्तान के एक फोन नंबर से कॉल करके धमकी दी गई और कहा गया कि वह भाजपा नेता एकनाथ खड़से के खिलाफ दाखिल मुकदमे वापस ले लें। आम आदमी पार्टी (आप) की पूर्व नेता अंजलि ने कहा कि फोन करने वाले की पहचान बता देने वाले ‘ट्रू-कॉलर’ ऐप में दिखाया गया कि वह नंबर दाऊद का था। अंजलि ने कहा कि इस फोन कॉल के बारे में सांताक्रूज के वकोला पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई गई है।
वकोला के पुलिस अधिकारी बाद में उनके घर आये और उनका बयान दर्ज किया। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि उन्हें रात 12:33 बजे फोन आया, जिसमें खड़से के खिलाफ सारे मुकदमे वापस लेने को कहा गया। उस नंबर की शुरूआत +92 से हुई, जो पाकिस्तान का कोड है। मोबाइल स्क्रीन पर ऐप के जरिए दिख रहा था कि फोन नंबर ‘‘दाऊद 2’’ के नाम पर है।
इस महीने की शुरूआत में अंजलि ने महाराष्ट्र सरकार के पूर्व मंत्री खड़से पर आरोप लगाया था कि भाजपा नेता ने उन पर अश्लील टिप्पणी की। अंजलि ने इस मामले में खड़से की गिरफ्तारी की मांग भी की थी। बहरहाल, खड़से ने अंजलि के खिलाफ ऐसी कोई टिप्पणी करने से इनकार किया था। अंजलि ने पीटीआई को बताया कि फोन करने वाले ने उनसे बेरुखी से बात की और उनकी जिंदगी मुश्किल बना देने की धमकी दी। उन्होंने कहा, ‘‘मैंने तुरंत मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से बात की और उन्होंने मुझे आश्वासन दिया कि संयुक्त पुलिस आयुक्त (अपराध) इस मामले की जांच गंभीरता से करेंगे।’’
अंजलि ने कहा, ‘‘मैंने पुलिस आयुक्त से भी बात की। दुर्भाग्यवश, मेरे घर से पांच मिनट पैदल की दूरी पर स्थित वकोला पुलिस थाने के अधिकारियों को मेरे घर पहुंचने और मेरा बयान लेने में एक घंटे का वक्त लगा।’’ उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस मामले को हल्के में ले रही है और उसने मेरे घर के बाहर किसी पुलिसकर्मी को तैनात करना जरूरी नहीं समझा। अंजलि ने ट्वीट के जरिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री राजनाथ सिंह से अपील की कि वे इस मामले में कार्रवाई करें। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि अंजलि की शिकायत पर आईपीसी की धारा 506 और 507 के तहत प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। अंजलि बंबई उच्च न्यायालय में दाखिल उस जनहित याचिका के याचिकाकर्ताओं में शामिल हैं जिसमें भ्रष्टाचार के आरोप में खड़से के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई है।