संडेसरा ग्रुप से जुड़े हजारों करोड़ रुपये के हेरफेर की जांच सोनिया गांधी के सलाहकार अहमद पटेल तक पहुंच गई है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) छानबीन में इस घोटाले में कांग्रेस नेता अहमद पटेल, उनके बेटे फैसल और दामाद इरफान सिद्दिकी के नाम भी सामने आ रहे हैं। इस घोटाले से अहमद पटेल का नाम जुड़ने से कांग्रेस की समस्याएं बढ़ सकती हैं। अहमद पटेल कुछ महीनों पहले ही फिर से राज्यसभा पहुंचे हैं।
ईडी से जुड़े सूत्रों ने बताया कि पांच हजार करोड़ रुपये से ज्यादा के बैंक लोन धोखाधड़ी मामले की जांच के दौरान अहमद पटेल के परिवार का नाम सामने आया है। सीबीआई द्वारा इस बाबत एफआईआर दर्ज करने के बाद ईडी ने संडेसरा ग्रुप की कंपनी स्टर्लिंग बायोटेक लिमिटेड, इसके निदेशकों, चार्टर्ड अकाउंटेंट और आंध्रा बैंक के तत्कालीन निदेशक के खिलाफ मनीलांड्रिंग रोकथाम कानून के तहत मामला दर्ज किया था। इसमें आरोप लगाया गया है कि रिकॉर्ड में छेड़छाड़ कर आंध्रा बैंक अगुआई वाले सरकारी बैंकों के कंसोर्टियम से ग्रुप की कंपनियों ने पांच हजार करोड़ से ज्यादा का कर्ज लिया था। इसका इस्तेमाल देश के अलावा विदेशी कंपनियों में भी किया गया था। जांच एजेंसी ने इस मामले में बिचौलिये की भूमिका निभाने वाले गगन धवन को गिरफ्तार किया था। उस वक्त धवन के तार प्रभावशाली नौकरशाह और नेताओं से जुड़े होने की बात कही गई थी। आरोप के मुताबिक कर्ज के पैसे धवन को भी ट्रांसफर किए गए थे, जिसका इस्तेमाल उसने कथित तौर पर प्रॉपर्टी खरीदने में किया था।
दर्ज मामले के मुताबिक, संडेसरा ग्रुप डिपोजिटरी के तौर पर काम करता है। वह विभिन्न लोगों से फंड लेकर उन्हें उनकी सुविधा के मुताबिक भुगतान करता है। इसमें नौकरशाह भी शामिल बताए जाते हैं। आयकर विभाग द्वारा जुटाए गए साक्ष्यों में नौकरशाहों की ओर से भ्रष्ट तरीके से धन जुटाने की बात सामने आई थी। इसमें भारतीय राजस्व सेवा (आईआरएस) के तीन अधिकारी भी शामिल बताए गए थे। आरोप है कि धवन जैसे बिचौलियों के जरिये फंड को डायवर्ट किया गया था। ईडी ने फेमा (फॉरेन एक्सचेंज मैनेजमेंट एक्ट) के तहत धवन और कांग्रेस के पूर्व नेता सुमेश शौकीन के ठिकानों पर छापे मारे थे। अब इसमें अहमद पटेल के परिवार का नाम भी जुड़ा है।