देश में महिलाओं के प्रति अपराध की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं। ताजा मामला विशाखापट्नम का है जहां पर एक व्यक्ति ने एक लड़की को जिंदा जला दिया और फिर खुदकुशी कर ली। यह मामला एक तरफा प्यार का बताया जा रहा है। एक पुलिस अधिकारी द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार 30 वर्षीय संतोष काफी समय से 20 वर्षीय पोटनुरु रुपा नाम की लड़की का पीछा कर रहा था। संतोष रुपा से बात करना चाहता था लेकिन वह उससे बात नहीं करना चाहती थी। जिस दिन यह घटना हुई उस दिन शनिवार को विशाखापट्नम के नागरपलेम में स्थित रुपा के घर संतोष पहुंच गया और उसने उससे बात करना चाहा लेकिन रुपा ने मना कर दिया।
इससे संतोष काफी गुस्से में आ गया और वह पहले से अपने साथ केरोसिन लेकर आया था जो उसने रुपा के ऊपर डाल दिया और आग लगा दी। यह घटना दिन के करीब 1 बजे हुई थी। उस समय घर में रुपा का भाई पी, उपेंद्र भी घर में मौजूद था। उपेंद्र ने रुपा को बचाने की कोशिश की लेकिन वह कामयाब नहीं हा पाया और रुपा पूरी तरह से जल गई जिसके कारण उसने दम तोड़ दिया। इस हादसे में उपेंद्र को भी काफी गंभीर चोंट आई हैं। रुपा पर हमला करने के बाद संतोष विजियानगरम चला गया। वहां पर उसने रेल ट्रेक के पास जाकर आत्महत्या कर ली। रुपा तागरापुवालसा के एक प्रावइवेट कॉलेस से बीएससी की पढ़ाई कर रही थी। वहीं संतोष सोफा रिपेयर करने का काम किया करता था।
गौरतलब है कि इस तरह का एक मामला फरवरी में केरल के कोट्टायम में भी देखने को मिला था जहां पर एकतरफा प्यार में लड़के ने पहले लड़की को जिंदा जला दिया था और फिर खुद को भी आग लगा ली थी। कोल्लम में नींदकारा के रहने वाले आदर्श ने लड़की पर पेट्रोल डाला और फिर उसे बांहों में भरकर खुद को आग लगा ली था। लड़की महात्मा गांधी यूनिवर्सिटी के स्कूल ऑफ मेडिकल एजुकेशन (SME) में फीजियोथेरेपी पाठ्यक्रम की चौथे साल की छात्रा थी। उसे 60 प्रतिशत जलने के बाद सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया था। आरोपी आदर्श भी एसएमई के अर्पूकारा परिसर का पूर्व छात्र था। उसे भी उसी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वह 75 प्रतिशत जल गया था।