यूपी सरकार द्वारा अवैध बूचड़खानों पर की जाने वाली कार्यवाई का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. सरकार द्वारा बड़ी संख्या में अवैध बूचड़खानों को बंद करवाने के बाद खबर आई कि राज्य के चिड़ियाघरों में शेरों और बब्बर शेरों को खुराक के तौर पर मीट नहीं मिल पा रहा है.
लोकसभा में कांग्रेस के सांसद अधीर रंजन चौधरी ने आज इस मामले को शून्यकाल के दौरान हाउस में उठाया. अधीर रंजन चौधरी ने मामले को उठाते हुए कहा कि भारत 28 हजार करोड़ रूपये मूल्य के मांस का निर्यात करता है लेकिन उत्तर प्रदेश के चिडि़याघरों में शेर और बब्बर शेरों को मांस के बजाय चिकन खाने को दिया जा रहा है. उन्होंने कहा कि प्रकृति की एक जैविक व्यवस्था है जिसमें सभी का जिंदा रहना जरूरी है लेकिन अभी कहा जा रहा है कि मांस का उपभोग बंद कर देंगे.
कांग्रेस सांसद ने इस मामले को उठाते हुए सरकार से सवाल किया कि क्या अब शेर और बब्बर शेरों को भी कहा जाएगा कि पालक पनीर खाकर रहो ?
यहां यह गौरतलब है कि चुनाव प्रचार के दौरान बीजेपी ने राज्य में चल रहे अवैध बुचड़खानों को बंद करवाने का वायदा अपने चुनावी घोषणा पत्र में किया.