गुजरात में राज्यसभा चुनाव से पहले छह विधायकों के कांग्रेस छोड़ने के बीच पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने शुक्रवार (28 जुलाई) को कहा कि अहमद पटेल के लिए चुनाव जीतना मुश्किल होगा क्योंकि आने वाले दिनों में विपक्ष के और विधायक संभवत इस्तीफा दे सकते हैं। कांग्रेस के पूर्व नेता शंकर सिंह वाघेला के करीबी माने जाने वाले पार्टी विधायक राघवजी पटेल ने संकेत दिया कि वह भी इस्तीफा देकर भाजपा में शामिल हो जाएंगे। उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘अभी जो भी हो रहा है उसके लिए कांग्रेस आला कमान के साथ राज्य नेतृत्व जिम्मेदार है। आने वाले दिनों में कांग्रेस के करीब 20 विधायक पार्टी से संबंध तोड़ देंगे। इसलिए अहमद पटेल के लिए राज्यसभा चुनाव जीतना नामुमकिन है।’’
182 विधायकों की गुजरात विधानसभा में कांग्रेस की संख्या 51 रह गई है। इसका असर आगामी राज्यसभा चुनाव में पटेल की किस्मत पर पड़ सकता है।
कांग्रेस विधायकों के टूटने का डर इतना ज्यादा है कि 28 जुलाई की रात को विमान से कांग्रेस शासित प्रदेश कर्नाटक भेजा गया। 44 विधायकों को वहां एक रिसोर्ट में रखा गया है। हालांकि, कोई भी विधायक साफ तौर पर नहीं कबूल रहा कि कांग्रेस ने बीजेपी के डर से उनको वहां भेजा है। कर्नाटक कांग्रेस शासित राज्य है। इसलिए उस जगह को ठीक समझा गया। आठ अगस्त को राज्य सभा चुनाव होने हैं। हो सकता है कि छह तारीख तक कांग्रेस के सभी विधायक वहीं पर रहें।
गलूरू पहुंचकर कांग्रेस विधायक शैलेश परमार बोले कि अपनी कमियों को छिपाने के लिए बीजेपी पैसे का लालच देकर और डरा-धमकाकर विधायकों को अपनी तरफ शामिल कर रही है