केरल पुलिस ने कथित तौर पर गो वध और इसकी ब्रिकी पर प्रतिबंध लगाने वाले कानून के विरोध में गो वध करने वाले यूथ कांग्रेस कार्यकर्ताओं के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। यूथ कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर आरोप है कि इन्होंने बीती शनिवार (27 मई, 2017) कन्नूर में कथित तौर पर गो वध का आयोजन किया और इसके मीट को आसपास के लोगों में बांटा। पुलिस ने मामले में जानकारी देते हुए बताया कि मामले में प्रदर्शनकारियों के खिलाफ एक केस दर्ज कर लिया गया है। उन्होंने कहा जिस जानवर का वध किया गया उसे एक टेंपो में लादकर लाया गया था जोकि नियम का उल्लंघन है। दूसरी तरफ कांग्रेस ने केरल यूथ कांग्रेस के तीन कार्यकर्ताओं को पार्टी से निकाल दिया है। इससे कांग्रेस उपाध्य राहुल गांधी ने इसकी निंदा की है। उनके ट्विटर के जरिए घटना पर अपना विरोध जताया। राहुल गांधी ने ट्वीट कर लिखा, ‘कल केरल में जो भी हुआ उसका उसे मैं बिल्कुल भी स्वीकार नहीं सकता और ना ही कांग्रेस पार्टी इसे स्वीकारती है। मैं इस घटना का पुरजोर विरोध करता हूं।’ ये ट्वीट कांग्रेस उपाध्यक्ष ने 28 मई (2017) को किया था।
वहीं केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन केंद्र के उस फैसले का विरोध किया जिसमें राज्य को पशु ब्रिकी को लेकर नोटिस भेजा गया था। इस दौरान उन्होंने कहा कि केरल की जनता का ये परंपरागत भोजन है। जोकि स्वास्थ्य वर्धक और पोष्टिक है। और कोई इसे बदल नहीं सकता। इस दौरान विजयन ने आगे कहा, ‘केरल की सरकार जनता को उनके खाने को लेकर पूरी आजादी देती है। केरल की जनता को दिल्ली और नागपुर (आरएसएस मुख्यालय) से सीखने की जरूरत नहीं है कि वो क्या खाएं।’ वहीं स्थानीय प्रशासन के मंत्री केटी जलील ने कहा है कि राज्य सरकार इस प्रतिबंध से बचने के लिए एक नया कानून बनाने पर विचार करेगी।
केंद्र सरकार की नई अधिसूचना के अनुसार पशु (गाय, बैल, भैंस, ऊंट) को बाजार में लाकर इनकी हत्या किए जाने के इरादे खरीद ब्रिकी पर रोक लगा दी है। बीती 23 मार्च को जारी की गई अधिसूचना के अनुसार धार्मिक उद्देश्यों के लिए जानवरों की हत्या किए जाने पर रोक लगाई गई है।