बहुत जल्द भारतीय रेलवे की लंबी दूरी की ट्रेनों के एसी 3-टीयर कोच आपके नए अवतार में दिखेंगे। इसमें यूएसबी चार्जिंग प्वाइंट, रीडिंग लाइट, ऊपरी बर्थ पर चढ़ने के लिए आरामदायक सीढ़िया, पुरुषों के लिए अलग शौचालय, बच्चों के लिए बेबी फोल्डर, ट्रेन की स्थिति बताने वाली जीपीएस एनेबल स्क्रीन इत्यादि सुविधाएं देने की रेलवे ने पूरी तैयारी कर ली है। इस महीने के आखिर में शुरू होने वाली हमसफर एक्सप्रेस के एसी 3-टीयर कोच रेल मंत्रालय के अंतिम मंजूरी का इंतजार कर रहे हैं।
उत्तर प्रदेश के रायबरेली स्थित मार्डन कोच फैक्ट्री वर्कशॉप के जनरल मैनेजर एमके गुप्ता ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया, “जब से एसी 3-टीयर कोच शुरू किए गए हैं तब से अब तक हम उनके पुराने डिजाइन से छुटकारा नहीं पा सके हैं। अंदर जितने भी बदलाव किए गए उनसे उनका अंदरूनी नजारा मोटामोटी पहले जैसा ही दिखता रहा। हमारा मकसद इसे पूरी तरह बदलना था।” इंडियन एक्सप्रेस ने नए कोच का जायजा लिया।
भारतीय रेलवे का एसी 3-टीयर एक मात्र श्रेणी हैं जिससे उसे मुनाफा होता है। हमसफर एक्सप्रेस के एसी 3-टीयर कोच में सीटों और परदों का रंग भी परंपरागत नीले से अलग होगा। नई सीटों और परदे क्रीमी-ग्रे रंग के होंगे। इस ट्रेन के सभी कोच एसी 3-टीयर होंगे। रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने पिछले साल पेश किए गए बजट में इस ट्रेन की घोषणा की थी। रेल मंत्री ने कहा था कि प्रयोग के तौर पर पहले सात हमसफर ट्रेनें चलायी जाएंगी। यात्रियों की संख्या और उसके वाणिज्यिक प्रभाव को ध्यान में रखते हुए रेलवे ने मौजूदा कोचों की आठ सीटों को यथावत रखा है।
नए एसी 3-टीयर कोच की निर्माण लागत 2.7 करोड़ रुपये है जो आम एसी 3-टीयर कोच से करीब 20 लाख रुपये ज्यादा है। माना जा रहा है कि हमसफर एक्सप्रेस का किराया राजधानी के एसी 3-टीयर कोच से करीब 15 प्रतिशत अधिक होगा। गुप्ता कहते हैं, “एसी 3-टीयर के लिए भारतीय रेलवे नए मानदंड स्थापित करने जा रहा है। नए एसी 3-टीयर कोच की आठ बर्थ में दो प्लग प्वाइंट और छह यूएसबी पोर्ट होंगे।