भारतीय जनता पार्टी ने संसदीय बोर्ड की बैठक में उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के चयन पर माथापच्ची हुई। भाजपा नेताओं के बीच वेंकैया नायडू के नाम पर सहमति बनी। नायडू केंद्रीय मंत्रिमंडल में वरिष्ठ हैं और पार्टी में भी शीर्ष स्तर के नेता है। दक्षिण के कई राज्यों में चुनाव होने वाले हैं, ऐसे में दक्षिण से नायडू को उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाना उसी दिशा में लिया गया फैसला माना जा रहा है। अमित शाह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि एनडीए के सभी दलों को विश्वास में लेने के बाद यह फैसला किया गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ”एक किसान के बेटे, वेंकैया नायडू के पास सार्वजनिक जीवन में वर्षों का अनुभव है और राजनैतिक जगत में उनका सम्मान किया जाता है।” एनडीए के सदस्य और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने कहा, ”अनुभवी और वेटरन वेंकैया नायडू उपराष्ट्रपति की भूमिका के लिए हर मायने में उपयुक्त हैं।” मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा, ”एक किसान का बेटा अगला उपराष्ट्रपति बनेगा, वेंकैयाजी एक समर्पित व्यक्ति हैं। ये बेहद हर्ष की बात है।”
राष्ट्रपति की तरह, बीजेपी के उपराष्ट्रपति उम्मीदवार के चुने जाने की पूरी संभावना है। दक्षिण की कई पार्टियों के समर्थन से सरकार के उम्मीदवार को जीतने में परेशानी नहीं होनी चाहिए। विपक्ष की तरफ से महात्मा गांधी के पोते गोपाल कृष्ण गांधी को उम्मीदवार बनाया गया है। बीजेपी उम्मीदवार 18 जुलाई को नामांकन करेंगे। 5 अगस्त को चुनाव होगा।
दूसरी तरफ, देश के 14वें राष्ट्रपति के चुनाव के लिए सोमवार को संसद भवन और सभी राज्यों की विधानसभाओं में शाम 5.0 बजे मतदान संपन्न हो गया तथा निर्वाचक मंडल के अधिकांश सदस्यों ने मत डाले। राष्ट्रपति चुनाव के मतदान के लिए कुल 32 मतदान केंद्र स्थापित किए गए थे, जिनमें से एक मतदान केंद्र संसद भवन के कमरा संख्या-62 और शेष प्रत्येक राज्य की विधानसभाओं में बनाए गए थे। राष्ट्रपति चुनाव में 776 सांसदों और 4,120 विधायकों को मत डालने का अधिकार था तथा निर्वाचक मंडल के कुल मतों की कीमत 10,98,903 है।