Monday, January 13, 2025
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निर्भया केस: मानवाधिकार की धज्जियां उड़ीं,बचाव पक्ष के बोले वकील

SI News Today

निर्भया केस पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला आ गया है. कोर्ट ने फांसी की सजा को बरकरार रखा है. फैसले के बाद दोषियों के वकील एपी सिंह ने कहा कि हम फैसले से खुश नहीं हैं, हम इसको लेकर रिव्यू पेटिशन डालेंगे. यह मानवाधिकारों का हनन है.

फैसले के पहले क्या कहा था
लेकिन फैसला आने से पहले चारों दोषियों के वकील एपी सिंह ने कहा कि जो भी अपराधी हैं वह आदतन अपराधी नहीं हैं, इनका कोई भी अपराधिक रिकॉर्ड नहीं है. हमारा देश गांधी के आदर्शों पर चलने वाला देश है, हम हिंसा को बढ़ावा क्यों दे रहे हैं. सिंह ने कहा कि समाज में संदेश देने के लिए किसी को फांसी नहीं दे सकते हैं. मानवाधिकार की धज्जियां उड़ गईं.

एपी सिंह ने कहा कि जो दोषी हैं वो अभी बच्चे हैं, स्टूडेंट हैं सभी को बेरोजगारी की दिक्कत थी. अक्षय कुमार बिहार के औरंगाबाद से आया है वो बेरोजगार था. तो वहीं विनय कुमार बीए का स्टूडेंट था, और जिम ट्रेनर के तौर पर कार्यरत था. उन्होंने कहा कि पवन गुप्ता अपने पिता के साथ काम कर रहा था, ये सभी पढ़ रहे थे.

मां बोलीं- मिले कड़ी सजा
इससे पहले निर्भया की मां आशा देवी ने ‘आज तक’ से बात करते हुए कहा कि पिछले 5 साल में कई बार खुद को टूटा हुआ महसूस किया, कई बार लगा की न्याय नहीं मिलेगा. लेकिन जिस दिन का हमें इंतजार था, इस दिन के लिए मैं सभी देशवासियों का धन्यवाद करती हूं.

आशा देवी बोलीं कि अपराधी को बचाने में कई लोग उनके साथ आ जाते हैं, कोई कहता है कि बच्चा है, कोई बात नहीं उन्होंने कहा कि लोग कहते हैं कि रात में बस में क्यों गई, मेट्रो में क्यों गई. उन्होंने कहा कि लड़की फिल्म देखने जाती है तो लोग सवाल उठाते हैं, क्या सिर्फ लड़कों के लिए ही फिल्म हॉल बने हैं

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