हिंद महासागर में बदलती सुरक्षा जरूरतों के मद्देनजर देश की नौसेना की क्षमता को बढ़ाने के लिए सरकार ने सोमवार को सतह से हवा में मार करने वाली बराक मिसाइलों की नई खेप की खरीद के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी। ये मिसाइलें नेवी के युद्धपोतों पर तैनात की जाएंगी।
रक्षा मंत्री अरुण जेटली की अध्यक्षता में हुई रक्षा खरीद परिषद (डीएसी) की बैठक में बराक मिसाइलों की खरीद समेत 860 करोड़ रुपये से अधिक के खरीद प्रस्तावों को मंजूर किया गया है। रक्षा मंत्रालय के सूत्रों ने बताया कि मिसाइलों को इस्राइल के राफेल एडवांस डिफेंस सिस्टम्स लिमिटेड से बाई ग्लोबल कैटेगरी के तहत खरीदा जाएगा। नौसेना के लगभग सभी पोत इन मिसाइलों से लैस होंगे।
डीएसी रक्षा मंत्रालय का खरीद के लिए निर्णय करने वाला सर्वोच्च निकाय है। उसने समुद्रों में बिछाए गए विस्फोटकों से निपटने के लिए अंडरवाटर रोबोट जैसे उपकरणों की खरीद के लिए एक्सेप्टेंश ऑफ नेसेसिटी को भी मंजूरी दी है। इस उपकरण को 311 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से बाई ग्लोबल श्रेणी के साथ रिपीट आदेश के तौर पर खरीदा जा रहा है।