प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दो अनाथ बच्चों की मदद की। राजस्थान के कोटा में रहने वाले उन बच्चों के पास 96 हजार रुपए के पुराने (500 और 1000) के नोट थे जिनको नोटबंदी के बाद बदला नहीं गया था। तब बच्चों ने अपनी परेशानियों का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र को पत्र लिखा था। जिसके बदले में पीएम मोदी ने ना सिर्फ बच्चों को पचास हजार रुपए भेजे बल्कि उन्होंने बच्चों के एक पत्र भी लिखा।
क्या है मामला: 17 साल का सूरज बंजारा और उसकी नौ साल की बहन सलोनी सूरत के एक आश्रय घर में रहते हैं। पिता की कुछ वक्त पहले मौत के बाद वह अपनी मां के साथ रह रहे थे। लेकिन कुछ महीनों पहले उनकी मां की हत्या कर दी गई। मां उनके लिए 96,500 रुपए छोड़ गई थीं। दोनों को पैसे के बारे में काफी बाद में पता लगा। तब तक नोट बदलवाने की तारीख बीत चुकी थी। कोटा बाल कल्याण विकास कमेटी ने रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया से नोट बदलवाने की गुजारिश भी की थी लेकिन कुछ नहीं हो सका। फिर बच्चों ने पीएम मोदी को पत्र लिखा। बच्चों ने 25 मार्च को पीएम मोदी को पत्र लिखा था। जिसका पीएम ने जवाब दिया।
बच्चों को भेजे गए पत्र में मोदी ने लिखा, ‘आपके बारे में सुनकर काफी दुख हुआ। मैं जानता हूं कि दी गई राशि और बीमा आपकी सभी समस्याओं का समाधान नहीं कर सकते लेकिन कई हद तक कम जरूर कर सकते हैं।’
मोदी सरकार ने आठ नवंबर 2016 को नोटबंदी का ऐलान किया था। आधी रात से 500 और 1000 के नोटों को बंद करके 500 और 2000 के नए नोट चलन में लाए गए थे।