कलकत्ता हाई कोर्ट के जज जस्टिस सी एस कर्नन अपने प्रशासनिक और न्यायिक काम की बहाली के लिए दिल्ली समेत चार शहरों में धरने पर बैठेंगे। कर्नन स्वत: संज्ञान लेकर अपने खिलाफ शुरू किए गए न्यायालय की अवमानना के मामले को भी रोकने की मांग कर रहे हैं।
जस्टिस कर्नन ने अपने खिलाफ की गई कार्रवाई के खिलाफ राष्ट्रपति भवन के सामने या रामलीला मैदान में भूख हड़ताल कर सकते हैं। जस्टिस कर्नन के वकील डब्ल्यू पीटर रमेश कुमार ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि जस्टिस कर्नन के प्रशासनिक और न्यायिक काम की बहाली के लिए आंदोलन छेड़ा जाएगा। उन्हें 8 फरवरी 2017 से इन कामों को करने से रोक दिया गया है।
आंदोलन के जरिये उनके खिलाफ स्वत: संज्ञान लेकर शुरू की गई अदालत की अवमानना की कार्यवाही भी रोकने की मांग की गई है। इसके अलावा 14 करोड़ के मुआवजे की मांग भी की गई है। जस्टिस कर्नन ने सुप्रीम कोर्ट की सात सदस्यीय बेंच को चिट्ठी लिख कर यह मुआवजा मांगा था।