अघोषित संपत्ति को घोषित करने की आखिरी तारीख 31 मार्च के बीतने के बाद कालाधन रखने वालों के खिलाफ केंद्र की मोदी सरकार एक्शन में आ गयी है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शनिवार को 300 छद्म कंपनियों के खिलाफ कार्रवाई के तहत 100 स्थानों पर छापे मारे हैं। यह कार्रवाई 16 राज्यों में चल रही है।
छापेमारी में ईडी ने विश्वज्योति रीयल्टर्स प्राइवेट लिमिटेड, हैदराबाद एवं अन्य कंपनियों की 3.04 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की है। इन पर प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग ऐक्ट (पीएमएलए) के तहत एक्शन लिया गया है।
बताया जा रहा है कि बड़ी तादाद में ईडी के अधिकारी दिल्ली, मुंबई, चेन्नई, कोलकाता, पटना, कोच्चि समेत कई शहरों में छापेमारी कर रहे हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, यादव सिंह से जुड़ी फर्जी कंपनियों पर भी ईडी ने छापेमारी की है।
गौरतलब है कि देश में काला धन रखने वालों को अपनी अघोषित संपत्ति को घोषित करने की आखिरी तारीख 31 मार्च थी। केंद्र सरकार ने 17 दिसंबर 2016 को काले कुबेरों को अपनी संपत्ति घोषित करने के लिए प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना की शुरुआत की थी।
इसके तहत मौजूदा काले धन को 31 मार्च तक सफेद करने का मौका दिया गया था। काला धन, सरकार की नजर में, वह पैसा है जिस पर टैक्स नहीं चुकाया गया है। साथ ही यदि आपके नाम बेनामी संपत्ति है तो भी आप इसके खिलाफ भविष्य में होने वाली कार्रवाई से बच सकते हैं। इसके लिए आपको इस संपत्ति का खुलासा करना होगा और पीएमजीकेवाई के तहत 50 फीसदी जुर्माना देना होगा।
31 मार्च के बाद अगर उन पर कार्रवाई हुई तो 137 फीसदी टैक्स पड़ेगा। यानी अगर आपके पास अगर एक लाख रुपये काला धन है तो पकड़े जाने पर एक लाख 37 हजार रुपये जुर्माना डाला जाएगा।