ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के अध्यक्ष और हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने इंडिया टीवी के एक कार्यक्रम में भाजपा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी पर तंज कसते हुए कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वामी को राम मंदिर के मुद्दे में उलझा रखा है, वरना स्वामी पीएम मोदी को ही परेशान करते । इसके अलावा ओवैसी ने पूछा कि केन्द्र की नरेंद्र मोदी सरकार सीमा पर कुछ क्यों नहीं करती, जहां रोज-रोज हमारे जवान शहीद हो रहे हैं। ओवैसी का तंज का इशारा इस ओर था कि पिछले कुछ महीनों से स्वामी सिर्फ हिन्दुत्व और राम मंदिर पर बात करते हैं, जबकि उससे पहले वो देश की अर्थव्यवस्था पर बेवाक राय दिया करते थे।
इधर, राम मंदिर पर स्वामी ने कहा कि इस मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट जो भी फैसला करेगाी हमें मान्य होगा। उन्होंने कहा कि राम मंदिर पर सुप्रीम कोर्ट में रोजाना सुनवाई हो इसके लिए वो जुलाई में याचिका दाखिल करेंगे। अगर कोर्ट ने उनकी इस याचिका को मंजूर कर लिया तो दिसंबर तक फैसला आ जाएगा। स्वामी ने कहा कि उस विवादित जमीन पर कई पक्ष अपना दावा ठोक रहे हैं जबकि हमारा कहना है कि हमारी आस्था है कि वहां श्रीराम का जन्म हुआ है, इसलिए हमें वहां पूजा करने की अनुमति दी जाय।
स्वामी ने एक अन्य सवाल के जवाब में ओवैसी पर हमला बोला कि जिन इलाकों में मुसलमानों की आबादी ज्यादा होती है, वहां लोकतंत्र नहीं होता है। कुछ दिनों पहले भी लखनऊ में सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा था कि राम मंदिर अयोध्या में उसी स्थान पर बनेगा, जहां पर रामलला विराजमान हैं। उन्होंने कहा था कि सुप्रीम कोर्ट में चल रहा मामला जल्द हल होगा। इसके साथ ही उन्होंने उम्मीद जताई थी कि उस केस में वो जीतेंगे। स्वामी ने यह भी कहा था कि इस केस के लिए वो मुस्लिमों से किसी तरह की अपील नहीं करेंगे। उन्होंने कहा था, “राम मंदिर निर्माण को लेकर मैं मुस्लिमों से अपील नहीं करूंगा, बल्कि होश में आने को कहूंगा। मुस्लिम देशों में भी मस्जिद को अपनी जरूरत के हिसाब से शिफ्ट कर दिया जाता है। पैगम्बर मोहम्मद साहब से जुड़ी मक्का में बनी मस्जिद को भी तोड़ा जा चुका है।
गौरतलब है कि सुब्रमण्यम स्वामी लंबे समय से राम मंदिर के पक्ष में सुप्रीम कोर्ट में पैरवी करते रहे हैं। इसके अलावा वो रामसेतु मामले में भी कोर्ट में पैरवी कर चुके हैं।