लखनऊ. रामनाथ कोविंद ने मंगलवार को राष्ट्रपति पद की शपथ ली। शपथ ग्रहण के बाद जय श्री राम के नारे भी लगाए गए। इन नारों के लगने के बाद से हिंदू नेताओं की राम मंदिर निर्माण को लेकर उम्मीदें बढ़ी हैं। हालांकि,अखिल भारतीय हिन्दू महासभा के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष कमलेश तिवारी का कहना है कि जब मोदी सरकार 3 साल में राम मंदिर पर कुछ नहीं कर पाई, तो अब क्या करेगी।
बीजेपी के लिए सिर्फ एजेंडा है राम मंदिर
-कमलेश तिवारी का कहना है कि राम मंदिर बीजेपी के लिए सिर्फ एजेंडे की तरह है। जब भी चुनाव होता है, बीजेपी इस एजेंडे को उठाती है। यही अबकी बार यूपी में भी हुआ था।
-उन्होंने कहा, तीन साल में पीएम मोदी ने कभी भी संसद में राम मंदिर को लेकर कोई भाषण नहीं दिया। न ही बीजेपी के किसी सदस्य ने इसका मुद्दा संसद में उठाया।
-मोदी सरकार पर वार करते हुए कमलेश तिवारी ने कहा कि कश्मीर से आतंकवाद ख़त्म कर दिया जाएगा, ऐसा वादा बीजेपी ने चुनावों से पहले किया जाएगा, पर ऐसा कुछ नहीं हुआ। आतंकवाद जम्मू-कश्मीर में खत्म होने के बजाए बढ़ गया। बॉर्डर पर हर रोज सैनिक मारे जा रहे हैं।
-उन्होंने कहा कि हिन्दू समाज पार्टी बनायी है, दिसंबर तक राम मंदिर निर्माण की प्रतीक्षा करेंगे। अगर नहीं हुआ तो अयोध्या में खुद कारसेवा करेंगे।
2018 के बाद राम मंदिर पकड़ेगा रफ्तार
-फायर ब्रांड हिन्दू नेता साध्वी प्राची का कहना है कि यूपी में बीजेपी का सीएम, केंद्र में बीजेपी का पीएम और अब देश का प्रेसिडेंट बीजेपी का है। ऐसे में उनकी उम्मीदें बढ़ गयी हैं, बल्कि वो राम मंदिर निर्माण को लेकर आश्वस्त भी हो गए हैं।
-उन्होंने कहा,अब कोई भी ताकत राम मंदिर निर्माण से नहीं रोक सकती है। अगर कोर्ट हमारे पक्ष में फैसला नहीं सुनाती है,तो बस 2018 तक इंतजार करेंगे। सभी हिंदुओं की आस्था का प्रतीक राम मंदिर बनेगा
राममंदिर के लिए जरूरत होने पर संसद में बनाएंगे कानून
-बीजेपी सांसद साक्षी महाराज ने कहा कि रामनाथ कोविंद के राष्ट्रपति बनने से तय हो गया है कि जल्द ही राम मंदिर का निर्माण अयोध्या में शुरू हो जायेगा।
-उन्होंने कहा राम मंदिर निर्माण के लिए 3 रास्ते हैं। अगर आपसी सहमति और कोर्ट का फैसला उनके पक्ष में नहीं आया, तो संसद में कानून बनाकर राम मंदिर का निर्माण करेंगे। हर हाल में 2019 से पहले पहले राम मंदिर का निर्माण शुरू हो जायेगा।
आपसी सहमति से ही बनेगा राम मंदिर
-अयोध्या के संत और पूर्व सांसद राम विलास वेदांती ने कहा सुप्रीम कोर्ट ने भी आपसी सहमति का रास्ता सुझाया है।
-कई मुस्लिम संगठन हैं, जिन्होंने राम मंदिर बनाने को लेकर हरी झंडी दिखा दी है। करीब देश का 80 फीसदी मुस्लिम राम मंदिर बनाने के पक्ष में हैं। 20 फीसदी मुस्लिमों को फायदे के लिए नेता गुमराह कर रहे हैं।
-उन्होंने कहा अभी कई जगह चुनाव होने हैं। ऐसे में राज्यसभा में भी बीजेपी की ताकत बढ़ जाएगी,राम मंदिर का निर्माण जल्द ही शुरू हो जायेगा।