राष्ट्रपति चुनाव में विपक्ष की ओर से साझा उम्मीदवार खड़ा करने के लिए कांग्रेस ने कोशिशें तेज कर दी हैं। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने फोन पर तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी, समाजवादी पार्टी के पूर्व अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव, बहुजन समाज पार्टी प्रमुख मायावती और राष्ट्रीय जनता दल के प्रमुख लालू यादव से बात की है। इसी सिलसिले में नेशनल कांफ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने दिल्ली में सोनिया गांधी से मुलाकात की। जल्द ही सोनिया गांधी की ममता और बसपा प्रमुख मायावती के साथ मुलाकात होनी है। दूसरी ओर, कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव और जनता दल (एकीकृत) के नेता शरद यादव से फोन पर बात की। जल्दी ही, ममता बनर्जी की राहुल गांधी से मिलेंगी। सोनिया और राहुल की डीएमके नेता स्टालिन से भी मुलाकात होनी है। ये बातें-मुलाकातें राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति के चुनाव में विपक्ष का साझा उम्मीदवार खड़ा करने की कवायद के तहत हो रही हैं।
जल्द ही सभी पार्टियों की बैठक बुलाई जाएगी। उम्मीदवार के तौर पर कई नेताओं और कई गैर राजनीतिक हस्तियों के नामों पर विचार चल रहा है। सोनिया गांधी और राहुल गांधी सभी गैर भाजपा दलों से संपर्क साधने के एजंडे पर काम कर रहे हैं। आम आदमी पार्टी और बीजू जनता दल से भी बातचीत होगी। कांग्रेस नेताओं का मानना है कि मोदी मोरारजी देसाई और अटल बिहारी वाजपेयी से अलग हैं। मोदी विपक्ष मुक्त भारत चाहते हैं। इसलिए वे आम सहमति नहीं चाहेंगे। यही कारण है कि राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति के चुनाव में विपक्ष उम्मीदवार खड़ा करने की कवायद में जुटा है। हाल ही में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) प्रमुख शरद पवार, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) नेता सीताराम येचुरी व भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) नेता डी राजा ने सोनिया गांधी से मुलाकात की थी। राष्ट्रपति चुनाव 25 जुलाई से पहले होने हैं। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का कार्यकाल 25 जुलाई को खत्म हो रहा है। भाजपा के नेतृत्व वाली एनडीए (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) राष्ट्रपति चुनाव के लिए बहुमत से कुछ दूर है। ऐसे में विपक्षी दलों को उम्मीद है कि राष्ट्रपति चुनाव में एक होकर लड़ने पर वह बहुमत जुटा लेगी।