रियो ओलंपिक में कांस्य पदक जीतकर देश का नाम रोशन करने वाली रेसलर साक्षी मलिक और अंतरराष्ट्रीय पहलवान सत्यव्रत कादियान रविवार को शादी के बंधन में बंध गए.बरात के संग दूल्हा सत्यव्रत और दुल्हन साक्षी देर सायं पहुंचे.
इसके बाद शादी की रस्में शुरू हुई. दोनों ने एक-दूसरे को माला पहनाई. इससे पहले दूल्हे सत्यव्रत का लग्न टीका कार्यक्रम व दुल्हन साक्षी के भात भरने का कार्यक्रम हुआ. शादी की अन्य रस्में भी शाम तक जारी रही. शादी समारोह नांदल भवन में हुआ.
साक्षी व सत्यव्रत की शादी के साक्षी पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा, अभय चौटाला, मंत्री ओपी धनखड़ सहित कई वीआइपी बने.
शाम करीब साढ़े बजे सत्यव्रत रोहतक की नई अनाज मंडी के सामने स्थित अपने आवास से बरात लेकर पहुंचे. साक्षी वहां तक सिंड्रेला बग्घी में बैठकर आईं. वरमाला की रस्म अदा की गई. इससे पहले दिन में सत्यव्रत के अखाड़े में संपन्न हुई टीके की रस्म में सबसे खास बात है कि इसमें किसी तरह दहेज या लेनदेन नहीं हुआ है.
दूल्हे सत्यव्रत के लग्न टीका में महज चांदी का एक सिक्का स्वीकार किया. वहीं साक्षी और सत्यव्रत ने मंगलगीत के बीच अपने घरों पर परंपरागत रस्में निभाई. विवाह स्थल नांदल भवन बिटिया की शादी के लिए सज-धजकर तैयार था, जहां बारात के स्वागत से फेरों और विदाई तक की सभी रस्में निभाई गई.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक जयमाला के दौरान साक्षी और सत्यव्रत कादियान ने एक-दूजे को बेंगलुरु में बनाई गई माला पहनाई. जयमाला के लिए मुख्य स्टेज को खास तौर पर तैयार किया गया.
वहीं कार्यक्रम के दौरान पुलिस और प्रशासन की पूरी सुरक्षा रही. सुरक्षा के लिहाज से पूरे कार्यक्रम की तैयारियों से जुड़ी रोहतक की सिक्योरिटी एजेंसी की सेवाएं ली गईं.