कोलकाता के टीपू सुल्तान मस्जिद के शाही इमाम मौलाना नूर उर रहमान बरकती के खिलाफ FIR दर्ज किया गया है। ये FIR उनके खिलाफ अपनी कार से लाल बत्ती नहीं उतारने के लिए दर्ज किया गया है। मौलाना बरकती ने केन्द्र के आदेश की अवहेलना करते हुए अपने कार से लाल बत्ती को हटाने से इनकार कर दिया था। बरकती के खिलाफ सूरज कुमार सिंह नाम के शख्स ने टोपसिया इलाके में केस दर्ज करवाया है। बता दें कि केन्द्र सरकार ने वीआईपी कल्चर को खत्म करने के लिए देश में लाल बत्ती की प्रथा को ही खत्म कर दिया है। अब प्रधानमंत्री की कार पर भी लाल बत्ती नहीं दिखेगा। लेकिन सरकार के आदेश को ठेंगा दिखाते हुए बरकती ने कहा था कि वो एक धार्मिक नेता होने के नेता केन्द्र सरकार के आदेश को मानने के लिए बाध्य नहीं है और लाल बत्ती लगाना उसका अधिकार है।
मौलाना बरकती ने समाचार एजेंसी पीटीआई से बात करते हुए कहा, ‘मैं एक धार्मिक नेता हूं, और कई सालों से लाल बत्ती का इस्तेमाल कर रहा हूं, मैं केन्द्र का आदेश नहीं मानता हूं, मुझे आदेश देने वाले केन्द्र कौन होता है, पश्चिम बंगाल में सिर्फ राज्य सरकार का ही आदेश चलता है, मैं लाल बत्ती का इस्तेमाल करूंगा, बंगाल में किसी ने लाल बत्ती नहीं हटाई है।’ पश्चिम बंगाल बीजेपी ने केन्द्र सरकार का आदेश नहीं मानने के लिए मौलाना बरकती की कड़ी आलोचना की है, और राज्य सरकार से उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। बीजेपी का कहना है कि अल्पसंख्यक समुदाय का होने का ये मतलब नहीं है कि वो जो चाहें वो करें।
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने रेडियो प्रोग्राम मन की बात में लाल बत्ती को हटाने का जिक्र किया था और कहा था कि देश में अब VIP नहीं बल्कि EPI यानी कि Every person is important कल्चर शुरुआत करने की जरूरत है। उन्होंने कहा था कि लोगों के दिमाग में घुस चुकी लाल बत्ती कल्चर को भी हटाने की जरूरत है।