बिहार में नवादा जिले के हिसुआ प्रखंड के मंझवे गांव निवासी स्वतंत्रता सेनानी साकेत बिहारी सिंह का आज निधन हो गया। वह 96 वर्ष के थे । बिहारी के पारिवारिक सूत्रों ने यहां बताया कि वह काफी दिनों से बीमार चल रहे थे ।
साकेत बिहारी को स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान 1938 में तिरंगा झंडा फहराने और 1942 में भारत छोड़ो आंदोलन के समय रेलवे पटरी उखाड़ने के अलावा हिसुआ थाना पर हमला करने के आरोप में गिरफ्तार कर ब्रिटिश हुकूमत ने जेल भेज दिया था ।
स्वतंत्रता सेनानी श्री बिहारी को महात्मा गांधी, सुभाष चंद्र बोस, स्वामी सहजानंद सरस्वती, जवाहर लाल नेहरू, राजेन्द्र प्रसाद समेत देश के बड़े-बड़े आंदोलनकारियों का सानिध्य पाने का अवसर मिला था।
साकेत बिहारी का अंतिम संस्कार गया जिले के पितृपक्ष घाट पर फल्गु नदी के किनारे किया जाएगा । उनके निधन पर जिले के प्रबुद्ध नागरिकों और समाज सेवियों के अलावा कई राजनीतिक दलों के नेताओं ने गहरा दुख व्यक्त किया है ।